लापता जवान राजेंद्र सिंह नेगी को सेना ने किया शहीद घोषित, पत्नी को अब भी वापसी की आस | Nation One

बॉर्डर से लापता उत्तराखंड के लाल राजेंद्र नेगी की खोज खबर लेने में नाकाम रहा शासन प्रशासन की लापरवाहियों का ही परिणाम है कि इस भारत वीर को अब सेना की ओर से बैटल कैजुअल्टी मानते हुए शहीद घोषित कर दिया गया है।

बता दें कि सेना ने एक पत्र शहीद राजेंद्र नेगी की पत्नी को दिया है जिसमे पति को ऑन ड्यूटी कैजुअल्टी मानते हुए शहीद घोषित होने की बात लिखी गई है। सेना ने राजेंद्र नेगी को शहीद का दर्जा दे दिया है।

वहीं उनकी पत्नी और बच्चे यह बात मानने को तैयार नहीं है कि राजेंद्र नेगी शहीद हो गए है। परिजन अभी भी राजेंद्र की सकुशल वापसी की राह तक रहे है। उनका कहना है कि जब तक हवलदार राजेन्द्र नेगी का पार्थिव शरीर नहीं मिलेगा वह यह नहीं मानेंगे।

गौरतलब है कि 8 जनवरी को भारत-पाक सीमा पर गुलमर्ग में ड्यूटी पर तैनात हवलदार राजेंद्र सिंह का पैर फिसलने के दौरान पाक सीमा की ओर जा गिरे और लापता हो गए सेना द्वारा खूब तलाशी अभियान चलाए जाने के बाद 21 मई 2020 को बैटल कैजुअल्टी मान लिया गया है।

वहीं परिवार की और से कई बार राज्य तथा केन्द्र सरकार से लापता बेटे की तलाश में मदद की गुहार लगाई गई मगर सरकार ने आश्वासन के अतरिक्त कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाया है।