कलक्टर ने वाहवाही लूटने के लिए मेधा पाटकर की बता दी खनन करने वाली जेसीबी
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने वाहवाही बटोरने के लिए दिया गया बयान बड़वानी के कलेक्टर की गले की हड्डी बन गया है। गुरुवार को नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने बड़वानी जिला मुख्यालय में उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर से मुलाकात करनी चाही, इस बीच कलेक्टर नायक ‘गायब’ हो गए। कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ धक्का मुक्की हुई। सूत्रों का कहना है कि यह आंदोलन और भी उग्र हो सकता है, क्योंकि मेधा एक वरिष्ठ समाजसेविका हैं और कई साल से नर्मदा विस्थापितों के हक की आवाज उठाती रही हैं, ऐसे में मेधा पर रेत खनन का आरोप सहन नहीं किया जाएगा। नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेधा पाटकर ने कलेक्टर के खिलाफ कोर्ट जाने का मन बना लिया है।
गौरतलब है कि बुधवार को बड़वानी कलेक्टर तेजस्वी नायक ने मुख्यमंत्री के समक्ष कहा था कि उन्होंने रेत का अवैध उत्खनन करते हुए मेधा की जेसीबी जब्त की है। इस बयान पर मेधा ने कहा है कि कलक्टर मांफी मांगें, नहीं तो मैं उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगी।
गड्ढा खोद रही थी किसान की जेसीबी
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिस जेसीबी को जिला प्रशासन ने जब्त किया है, वह एक किसान की है। यह मशीन नर्मदा किनारे फसल की सिंचाई के लिए गड्ढा बना रही थी, ताकि फसल को सूखने से बचाया जा सके। जेसीबी संचालक नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़ा है। इसलिए जिला प्रशासन ने मामले को गुमराह करने की कोशिश की है।
मेधा पाटकर की नहीं है जेसीबी
बड़वानी के खनिज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जेसीबी बड़वानी थाना पुलिस ने कुछ दिनों पहले पकड़ी थी, लेकिन वो किसकी है, ये मालूम नहीं। वहीं, बड़वानी पुलिस के अनुसार बृजविहार कॉलोनी निवासी लालचंद की जेसीबी मशीन 23 मई को अवैध उत्खनन करते जब्त की है। पुलिस ने धारा 379 के तहत कार्रवाई की है।
कौन हैं मेधा पाटकर
मेधा का नाम देश के प्रसिद्ध समाजसेवियों में शुमार है। वह टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस में पढ़ाई के दौरान नर्मदा पर प्रोजेक्ट करने आई थीं। इस दौरान लोगों की समस्या देखकर वे इतना दुखी हुईं कि लोगों के हक की लड़ाई ही शुरू कर दी। वह पिछले 35 वर्षों से मध्य प्रदेश में सक्रिय हैं।
पांच जून से बड़ा आंदोलन
मेधा ने कहा कि पांच जून से इंदौर के पास खलघाट में हम विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं। सरकार राजनीतिक लाभ के लिए नर्मदा के कैचमेंट के 176 गांवों को बगैर मुआवजा खाली कराने की तैयारी कर रही है। इसके लिए 40 हजार पुलिस जवान बुलाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में गांव वालों और हम पर अत्याचार बढ़ेंगे। हम उनके साथ खड़े हैं।
विवादित रहे कलेक्टर
तत्कालीन प्रभारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे थे तो नायक ने उसे लेने से मना कर दिया था। बच्चन ने 18 घंटे तक कलक्ट्रेट के सामने धरना दिया था।
दीनदयाल रसोई योजना का काम जिला रेडक्रॉस सोसायटी को दे दिया। इसका सचिव कलक्टर के स्टेनो है। कुछ दिन बाद सांसद के निरीक्षण के दौरान यह बंद मिली थी। सांसद ने जब कलक्टर से कारण पूछा तो नगर पालिका पर आरोप मढ़ दिया था। इससे चलते परिषद ने कलक्टर के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया था।
नगर पालिका के सीएमओ को मनमाने तरीके से सस्पेंड करने के आरोप लगे थे, विरोध सहना पड़ा था।
बयान
मेधा बोली:- जेसीबी मेरी थी तो मुझे गिरफ्तार करके जेल भेज देते। कलक्टर तो बहुत छोटे आदमी हैं, मुख्यमंत्री को इस विषय में गंभीरता से सोचना चाहिए। कलक्टर को कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए।
कलक्टर ने काटा फोन:- बड़वानी कलेक्टर तेजस्वी नायक को फोन करने पर उन्होंने नहीं उठाया। दूसरी बार उन्होंने फोन काट दिया।
कलेक्टर के स्टेनो बोले- हमें जेसीबी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। कलेक्टर साहब दौरे पर हैं।
प्रशासन की भद्द पिटेगी- समाजेसवी व लेखक संदीप नाईक ने कहा कि मेधा जमीन से जुड़ी कार्यकर्ता हैं। कलेक्टर के ऐसे बयान से पूरे प्रशासन की भद्द पिटेगी। (एजेंसी)