
मनोहर लाल की सीएम पद से कभी भी हो सकती है छुट्टी
मीडिया ने ही इस बात का खुलासा किया था कि हरियाणा की भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस समाचार के बाहर आने के पश्चात हरियाणा की शांत पडी राजनीति में भूचाल आ गया है। मनोहर लाल की अल्पमत सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री के प्रति तलख तेवर दिखा कर गृहमंत्री ने मनोहर लाल के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। अब यह साफ है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद हरियाणा की राजनीति में भी अमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिल सकता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की साफ सवच्छ छवि के बावजूद उन पर अनुभवहिनता का आरोप लगता रहा है।
मोदी पार्ट टू में अमित शाह की केन्द्र में ताकत बढी़ है। अब वे पार्टी के हित में सख्त निर्णय लेने में तनिक भी परहेज करने के मूड में नहीं हैं। शायद इसिलिए हरियाणा की राजनीति में पावर संतुलन के लिए अनिल विज को गृहमंत्री का पद देना नि:संदेह अमित शाह का ही निर्णय रहा होगा।
पार्टी के बीच अब दो खेमे बन चुके हैं। एक खेमा मुख्यमंत्री मनोहर लाल का है तो दूसरा गृहमंत्री अनिल विज का है। निर्दलीय विधायक भी इस से अछूते नहीं हैं। इस स्थिति का कोई सबसे ज्यादा फायदा उठा रहा है तो वो दुष्यंत चौटाला हैं। जो चुपचाप भारी-भरकम मंत्रालयों के साथ लगातार अपनी सिथति मजबूत किए जा रहे हैं। फिलहाल दुष्यंत के दोनो हाथों में लड्डू हैं। वो खामोशी के साथ सारी परिस्थितियों पर नजऱ रखे हुए हैं, अगर सरकार पर कोई संकट हुआ तो कांग्रेस दुष्यंत को लपकने के लिए तैयार बैठी हुई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कमजोरी ही दुष्यंत के लिए ताकत बनी हुई है।