राजनीति में मंदिर-मस्जिद की जगह न होः मनीष सिसोदिया
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा कि भारत विकसित तभी होगा, जब भ्रष्टाचार के खिलाफ और शिक्षा पर व्यापक काम होगा, लेकिन जिस देश में मंदिर और मस्जिद पर राजनीति होती हो, वहां ये काम क्यों होगा। अगर हमने धर्म और जाति के मसलों को दरकिनार कर राजनीति में असल मुद्दों पर बात करना शुरू कर दिया तो मंदिर और मस्जिद वाले पीछे छूट जाएंगे, देश आगे बढ़ जाएगा।
वह देहरादून में भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग (फिक्की) की महिला शाखा फिक्की फ्लो की ओर से ‘उत्तराखंड अगेंस्ट क्रप्शन और महिलाओं की जिम्मेदारी’ विषय पर आयोजित सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमने शिक्षा को कॅरिअर लांचर प्रोग्राम बना दिया है। आज तक भी यह तय नहीं किया कि शिक्षा का राष्ट्र के प्रति क्या योगदान होगा। कहा कि हमारी सोच में खोट का आलम ये है कि लोग लड़कियों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाते हैं और लड़कों को निजी स्कूलों में। हमें खुद को भी बदलना होगा। सत्र को उद्यमी एवं समाजसेवी डॉ. एस फारुख, फिक्की फ्लो की गवर्निंग बॉडी सदस्य रूचिका गुप्ता, उत्तराखंड चैप्टर की अध्यक्ष शिल्पी अरोड़ा, कोषाध्यक्ष अनुपमा खन्ना, पूजा अग्रवाल, कोमल बत्रा आदि ने भी अपने विचार रखे।
किसी को सीएम बनाने के लिए न बने छोटा प्रदेश
मनीष सिसौदिया ने कहा कि छोटे प्रदेश का गठन अगर जनता के विकास और उसे सुविधाएं देने के लिए हो तो अच्छा है। लेकिन, अगर किसी को मुख्यमंत्री या मुख्य सचिव बनाने का अवसर देना इसका उद्देश्य हो तो यह अपराध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश बड़ा हो या छोटा, लेकिन अधिकारों का विकेंद्रीकरण जरूरी है।