देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है महाशिवरात्रि का पर्व
आज देश भर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही उल्लास से मनाया जा रहा है इसी कड़ी में अमेठी जनपद में भी विभिन्न शिवालयों पर सुबह से ही महाशिवरात्रि के पर्व शिवभक्त मंदिर में पहुंच रहे हैं।
अमेठी के भेटुआ ब्लॉक के पिंडोरिया गांव में स्थापित सैकडों वर्ष प्राचीन शिव मन्दिर जो क्षेत्र में जागेश्वर नाथ के नाम से विख्यात है। आज सुबह से ही भारी संख्या में शिव भक्त कतार बद्ध होकर दर्शन व पूजन करने के लिए चले आ रहे हैं। भक्त एक-एक कर भगवान महादेव के दर्शन मंदिर पहुंचकर कावड़ बेलपत्र, दुग्ध के साथ महादेव का जलाभिषेक कर अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए पूजन अर्चन कर रहे हैं। यह महापर्व वर्ष में एक बार आता है।
महादेव को अत्यधिक प्रिय भांग व धतूरे के साथ इनका जलाभिषेक किया जा रहा है। जो भक्त सच्चे हृदय से भगवान भोले नाथ का पूजन करते हैं उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। शिवभक्त सुशील जायसवाल ने कहा कि आज महाशिवरात्रि का पर्व है। इस मंदिर में प्राचीन काल से ये मान्यता है कि यहाँ पूजन अर्चन करने से भक्तों को सारी मनोकामना पूर्ण होती है।शिवरात्रि के पर्व के उपलक्ष में यहां पर विशाल मेला भी लगता है और इसमें आसपास के कई गांव के हजारों लोग भी शामिल होते हैं और मेले का आनंद उठाते हैं और शिवाले का दर्शन भी करते हैं।
मंदिर के पुजारी बाबा विमल दास ने बताया कि यहां मैंने दंतकथा सुना है कि बाबा जागेश्वर नाथ का धाम बड़ा प्राचीन धाम रहा है। उन्होंने बताया कि मैं 10 वर्ष पहले श्री मणिराम दास छावनी से यहां कथा सुनाने आया था, यहां के मंदिर की भव्यता व मन्दिर ने मुझे इस कदर प्रभावित किया कि मैं यहीं का होकर रह गया। तब से लेकर आज तक मैं यहीं पूजा पाठ कर भगवान की सेवा में लगा हुआ हूं।
उन्होंने बताया कि एक किंवदंती के अनुसार यहां कोई राजा थे उनको श्राप लगा था, वो यहां आकर पूजा अर्चना की और उनके प्राण बच गए। बच आए वहां का प्राण बचा है। उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि हमको यहाँ केदार नाथ जी का दर्शन होता है। यहाँ ही नही अगर पूरी धरती पर कही अगर शिव मंदिर है। शिव की पूजा मोक्ष के लिए होती है।
अमेठी से अशोक श्रीवास्तव की रिपोर्ट