मध्य प्रदेश के नरसिंगपुर में कथित गैंग रेप की शिकार युवती द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना के बाद राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान एक्शन में हैं। पुलिस के मुताबिक यह युवती 28 सितंबर को अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने थाने आई थी, लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई।
इस पर मुख्यमंत्री के सख्त आदेश पर थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही अन्य पुलिस कर्मियों पर भी सख्त विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। वहीं जिले के एएसपी और एसडीओपी को हटाने सहित लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया।
बता दें कि दुष्कर्म की घटना 28 सितंबर की है जब नरसिंहपुर के रिछाई गांव में रहने वाली दलित महिला खेत में घास काटने गई थी, उसी वक्त पड़ोस में रहने वाले तीन आरोपियों ने वहीं पर उसके साथ गैंगरेप किया। महिला के परिजनों का आरोप है कि वे शिकायत लिखाने के लिए गोटिटोरिया चौकी और चीचली थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया। जिसके बाद पीड़ित महिला 4 दिनों तक एफआईआर लिखाने के लिए परिजनों के साथ थानों के चक्कर काटती रही, लेकिन पुलिस ने उल्टे पीड़ितों से ही गाली-गलौज की और पैसे मांगे। जिसके बाद निराश पीड़िता ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
महिला की आत्महत्या के बाद इलाके में खबर फैल गई और लोग रोष जताने लगे तो पुलिस ने आनन-फानन में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी अब भी फरार है। इधर, आक्रोशित परिजनों को शांत करने के लिए एसडीओपी ने मोर्चा संभाला।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने नरसिंहपुर के खिचड़ी थाना क्षेत्र के मामले को अत्यंत संवेदनशीलता के साथ लेते हुए लापरवाह अफसरों और आरोपियों के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 2, 2020
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने कहा कि मध्यप्रदेश में माताओं-बहनों के साथ अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। दुष्कृत्य करने वाले नरपिशाच हैं, इन्हें सभ्य समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। इन्हें इनके किये की कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। कोई दोषी नहीं बचेगा।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 2, 2020
इस बीच मामला तूल पकड़ता देख मुख्यमंत्री ने शुक्रवार देर रात तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एडिशनल एसपी और एसडीओपी को पद से हटा दिया गया है। एफआईआर नहीं लिखने वाले चौकी प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि छुट्टी पर गए एसपी से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।