उत्तरप्रदेश में झांसी सरकार कहती है हर मर्ज की दवा है आधार कार्ड, पर हाथों में आधार कार्ड लिए युवक दर-दर भटक रहे हैं और चिल्ला रहे है अरे साहब! हमारी सुनो, हम जिंदा है, हमारा परिवार भी है। कुछ ऐसी ही फरियाद लेकर झांसी के मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के वह लग चीख-चीखकर बोल रहे हैं जिन्हें ग्राम प्रधान ने न केवल मृत घोषित करा दिया बल्कि उनके नाम पर सरकारी धन भी निकाल लिया है।
झांसी जिले के मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मगरवारा के आधा दर्जन ग्रामीण तहसील पहुंचे जहां उन्होंने शिकायत करते हुए बताया कि उन्होंने ग्राम प्रधान के पास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2016 में कागज जमा किए थे लेकिन प्रधानमंत्री आवास तो नहीं मिला उसके बदले ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर, आम आदमी बीमा योजना का लाभ पाने के लिए उन्हें मृत घोषित करा दिया। उनका मृत्यु प्रमाण पत्र लगाकर उनकी पत्नियों के माध्यम से सरकारी पैसा खाते में आने की बात कहते हुए 30 हजार रुपये निकाल लिए गए। जिसमें 10 हजार रुपये मृतक की पत्नी को देकर बकाया पैसा अपने पास रख लिया गया। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब ग्राम के लेखपाल द्वारा ग्राम में जाकर जांच की गई। उन्हें पता चला कि उन्हें जिंदा होने के बाद भी मृत घोषित कर दिया गया।
मगरवारा गांव के गोविन्ददास पुत्र जानकी प्रसाद ,बालादिन पुत्र छिदामी अहिरवार, भगवत सहित कई लोगों को मृत घोषित कर ग्राम के प्रधान व सचिव एवं तहसील प्रासाशन ने मिलकर इतिहास रच डाला। खुद को मृत सुनकर पीड़ित तत्काल तहसीलदार कार्यालय पहुँचे।