शुक्रवार को जिला पंचायत में एक बार फिर बखेड़ा खड़ा हो गया। गैरसैंण में चल रहे विधानसभा के बजट सत्र के खत्म होने से ठीक पहले विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और जिला पंचायत की तीन सदस्य दलबल के साथ जिला पंचायत पहुंचे और अधिकारियों से लाखों रुपये के चेकों पर हस्ताक्षर कराने की कोशिश की। लेकिन अपर मुख्य अधिकारी आरके त्रिपाठी इसके लिए तैयार नहीं हुए।
वे किसी तरह कार्यालय से निकलकर जिलाधिकारी के दफ्तर पहुंच गए और मामले की जानकारी दी। उधर, जिलाधिकारी दीपक रावत ने कहा है कि मामला कोर्ट से संबंधित है। इसलिए शासन से मामले में दिशा निर्देश लेने के बाद ही वे कोई टिप्पणी करेंगे।
विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और जिला पंचायत की संचालन कमेटी में शामिल देवयानी सिंह, मोहम्मद सत्तार और अमीलाल दल बल के साथ जिला पंचायत पहुंचे। उन्होंने जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी आरके त्रिपाठी और वित्तीय परामर्श विद्या शरण को सभागार में बुला लिया।
आनन-फानन में लाखों रुपये के नौ चेक किए तैयार
इसके बाद सभागार की कुंडी बंद करके दोनों अधिकारी के साथ डेढ़ घंटे तक चर्चा हुई। देवयानी सिंह, मोहम्मद सत्तार और अमीलाल ने अधिकारियों से कर्मचारियों का वेतन और ठेकेदारों का रुका हुआ भुगतान जारी करने को कहा। सभागार में ही आनन-फानन में लाखों रुपये के नौ चेक तैयार किए गए।
हालांकि, अपर मुख्य अधिकारी आरके त्रिपाठी इसके लिए तैयार नहीं हुए। वे किसी तरह सभागार से निकलकर जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी दी। काफी देर अपर मुख्य अधिकारी का इंतजार करने के बाद विधायक और तीनों जिला पंचायत सदस्य भी वहां से निकल गए।