
जानें क्यों की शिक्षकों और कर्मचारियों ने उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार में तालाबंदी
40 दिनों से धरना दे रहे कर्मचारियों और शिक्षकों का आज गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने आज कॉलेज के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी। कर्मचारियों और शिक्षकों ने आरोप लगाया कि 2015 से डीडीओ कोड निरस्त होने के बाद भी आज तक उन्हें वेतन और भत्ते समय पर नहीं मिले है। उन्होंने कहा कि हमें पता ही नहीं होता कि हमारी तनख्वाह कब आएगी। सरकार और उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्रशासन मूक बना हुआ है। कर्मचारियों की कही कोई पैरवी नहीं की जा रही है। उन्होंने अपनी माँगे पूरी न होने तक अपना आंदोलन जारी रखने की चेतावनी भी दी है।
वहीं कर्मचारियों और शिक्षकों की इस लड़ाई में कांग्रेस भी कूद गई है। पूर्व विधायक और कांग्रेसी नेता अमरीश कुमार अपने समर्थको के साथ इस धरने को समर्थन देने ऋषिकुल कॉलेज पहुँचे। अमरीश कुमार ने कहा कि उत्तराखंड सरकार सत्ता के नशे में मदहोश बैठी है। कांग्रेस इन कर्मचारियों के साथ है, जहाँ तक हो सकेगा वो इनकी माँगो को पूरा करने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
वेतन और भत्ते की माँग को लेकर ऋषिकुल आयुर्वेद महाविद्यालय के कर्मचारी और शिक्षक अब पीछे हटने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं। जब तक इनकी मांगे सरकार और उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय नहीं मानता है तब तक इनके द्वारा धरना जारी रखने की चेतावनी भी दी गई है। तो वहीं कांग्रेस भी इनके धरने के माध्यम से सरकार को घेरने में लग गई है।