चहेतों की नियुक्ति के लिए लीक करवाया पेपर
उत्तराखंड में जेई भर्ती परीक्षा का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय की चिकित्साधिकारी भर्ती परीक्षा सवालों के घेरे में आ गई है। आरोप है कि रविवार को आयोजित इस परीक्षा में चहेतों की नियुक्ति करने के लिए न केवल पुराना पेपर दोहराया, बल्कि इसे लीक भी कर दिया गया। आयुष मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत ने मामले की जांच के आदेश देते हुए इसके साक्षात्कार पर रोक लगा दी है।
19 सीटों के लिए चिकित्साधिकारी भर्ती परीक्षा की थी आयोजित
उत्तराखंड आयुर्वेद विवि में रविवार को 19 सीटों के लिए चिकित्साधिकारी भर्ती परीक्षा आयोजित की थी। विवि ने 798 अभ्यर्थियों की ओएमआर सीट जांच कर 22 घंटे में ही परिणाम जारी कर साक्षात्कार के लिए पत्र भी भेज दिए। आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का कहना है कि मुझे कई विधायकों और अभ्यर्थियों से मोबाइल पर आयुर्वेद चिकित्साधिकारी भर्ती परीक्षा में पेपर रिपीट होने और चहेतों को मोबाइल पर मैसेज किए जाने की शिकायत मिली है। मैंने सचिव आयुष को परीक्षा की जांच के निर्देश दिए हैं। फिलहाल साक्षात्कार की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।
आरोप है कि कई परीक्षार्थियों को सौ में से 99 नंबर तक मिले हैं। ऐसा इसलिए हुआ कि चहेतों को सवाल पहले से पता थे। आरोप है कि चहेतों के मोबाइल पर परीक्षा के सैंपल पेपर का कोड भी भेजा गया। परीक्षा 100 सवाल पूछे गए थे। जिसमें से 64 सवाल डॉक्टर गोविंद पारीक की आयुर्वेद संग्रह के सैंपल पेपर से लिए गए। सैंपल पेपर में 80 सवाल ही थे। इसलिए सौ सवालों के पेपर के मुख्य पृष्ठ पर आनन फानन में सवालों की संख्या 80 ही लिख दी गई।