Lakhimpur Kheri Violence : क्या चल रही है उत्तर प्रदेश में हिंसा फैलाने की साजिश ? | Nation One
रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद जमकर राजनीती की जा रही है। तमाम विपक्षी पार्टियां किसानों को सहानुभूति देने के नाम अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने में लगी हुई है।
विपक्ष के कई नेता लखीमपुर खीरी जाकर किसानों से मिलने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन स्थिति की संवेदनशीलता को देखते प्रशासन इनसे सख्ती से निपट रहा है।
कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन के सख्त रवैये से नाराज अखिलेश यादव लखनऊ में सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे। इसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया।
उधर किसानों से लखीमपुर खीरी जा रही प्रियंका गांधी को भी सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था। लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान प्रदर्शन के दौरान हुए हादसे और उसके बाद हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी।
घटना के बाद सामने आये एक वीडियो में तथाकथित किसान जमीन पर पड़े एक सख्श की बड़ी बेरहमी से लाठी, डंडों और तलवारों से पिटाई करते नजर आ रहे हैं। वहीं किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार चढ़ाई थी।
राजधानी लखनऊ में, लखीमपुर खीरी की हिंसा को लेकर अखिलेश यादव अपने घर के सामने आज सुबह धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान भारी संख्या में समाजवादी पार्टी के समथकों की भीड़ जमा हो गयी थी। वे प्रदेश की योगी सरकार के विरुद्ध नारे लगा रहे थे।
उधर अखिलेश यादव को शान्ति भंग करने के आरोप में हिरासत में ले लिया गया। जिसका विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।
वे पुलिस विभाग के आला अधिकारियों की चलती हुई गाडी पर दौड़ कर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे और उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान किसी भी कार्यकर्ता के हताहत होने की पूर्ण संभावना थी।
अखिलेश यादव के धरने के दौरान राजधानी में आगजनी की भी एक घटना हुई। दरअसल, लखनऊ में गौतमपल्ली थाने के ठीक सामने पुलिस की एक वाहन को आग लगा दिया गया।
वास्तव में पुलिस की गाडी में आग किसने लगाई इसकी अभी पुष्टि नहीं हो सकी है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ स्वयं अखिलेश यादव ने भी पुलिस पर ही अपना वाहन फूंकने का आरोप लगाया है।