अभी तक नहीं आई बच्चों की कोविड वैक्सीन फिर भी खुल रहे हैं विद्यालय | Nation One
देशभर में फैली महामारी कोरोना के चलते बीते 21 मार्च 2020 से छोटे बच्चों के बंद हुए विद्यालयों को आखिरकार उत्तर प्रदेश सरकार ने खोलने का निर्णय ले लिया है। वहीं आज से जूनियर स्कूल खोले जा रहे हैं जिसमें कक्षा 6 से 8 तक की कक्षाएं संचालित की जाएंगी। इसके उपरांत 1 मार्च से प्राइमरी स्तर के स्कूल भी खोल दिए जाएंगे जिसको लेकर स्कूलों में चहल-पहल बढ़ गई है, स्कूल प्रबंधक एवं प्रिंसिपल में खुशी है।
इस मामले में अमेठी में जब स्कूल प्रशासन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा बहुत अच्छा कदम उठाया गया है और हम लोग सरकार के निर्देशानुसार कोरोना की एक एक लाइन का पूरी तरह से अक्षरशः पालन करते हुए विद्यालय खोलने को तैयार हैं।
जहां पर आज विद्यालय खोले जाएंगे, आज हम लोग पूरे विद्यालय कैंपस को सैनिटाइज करवा रहे हैं। गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। यदि किसी बच्चे का टेंप्रेचर अधिक आता है तो ऐसी स्थिति में उसको आइसोलेशन रूम में रखा जाएगा और उनके अभिभावक तथा स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया जाएगा।
यही नहीं जगह-जगह पर क्या नहीं करने हैं इसके संबंधित पोस्टर भी चिपकाए जा रहे हैं जिससे कोरोना से पूरी तरह लड़ा जा सके। वहीं दूसरी तरफ तमाम छात्र छात्राएं एवं उनके अभिभावक सरकार के इस फैसले से खुश नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि उनका कहना है कि अभी तक छोटे बच्चों के कोरोना की वैक्सीन नहीं आई है। इसके बावजूद विद्यालय खोला जा रहा है।
ऐसे में विद्यालयों में कोरोना की गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन नहीं हो पाएगा। जिसके चलते उससे होने वाले दुष्परिणाम को हम लोगों को ही भोगना पड़ेगा। अभी कोरोना की वैक्सीन सिर्फ 14 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए आई है। लेकिन बाजार में वह भी उपलब्ध नहीं है और न ही अभी आम जनमानस के लिए सरकार ने ही उपलब्ध करवाया है। ऐसे में छोटे बच्चों का विद्यालय खोलना तर्कसंगत व न्यायसंगत नहीं है।
अभी सरकार को थोड़े दिन और इंतजार कर लेना चाहिए था जिससे पूरी सुरक्षा के इंतजाम के साथ विद्यालय में बच्चे जाते और वह अपनी पढ़ाई पूरी करते। ऐसे में अमेठी के उन्नत विद्यालय “सेपियन पब्लिक स्कूल” के प्रिंसिपल देवमणि उपाध्याय से सरकार की गाइड लाइन और उनके द्वारा कितना कितना पालन किया जाएगा, आइए उनसे जानते हैं।
अमेठी से अशोक श्रीवास्तव की रिपोर्ट