दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश कहे जाने वाले भारत में 25 जनवरी के दिन को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है । भारत में मतदान करने को लेकर कई ग्रामीण क्षेत्रों में साथ ही कई शहरों में भी जागरूकता कम दिखाई देती है, यही वजह रही कि देश में किसी एक दिन को मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाय । निर्वाचन आयोग द्वारा 25 जनवरी को मतदाता दिवस मनाए जाने के पीछे उद्देश्य यह भी रहा कि इस दिन एसे मतदाताओं की पहचान की जाए जो 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं और अब वोट देने के अधिकार को प्राप्त कर सकते हैं । आपको बता देें कि भारत इस बार 25 जनवरी 2020 को दसवां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाएगा ।
चुनाव आयोग द्वारा अपने 61 वें स्थापना वर्ष पर 25 जनवरी 2011 को देश की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने “राष्ट्रीय मतदाता दिवस” का शुभारंभ किया था । इस आयोजन के दो प्रमुख विषय थे, पहला- “समावेशी और गुणात्मक भागीदारी” एवं दूसरा “कोई मतदाता वोट देने से ना छूटे” । आपको बता दें कि इस वर्ष के राष्ट्रीय मतदाता दिवस का विषय “निर्वाचन जागरूकता एवं सशक्त लोकतंत्र” है । प्रत्येक राज्यों में आज के दिन नए मतदाताओं से वोटर कॉर्ड बनाए जाने की अपील की जा रही है साथ ही लोकतंत्र के पर्व चुनाव में बढ़-चढ़ कर प्रत्येक युवा भागीदारी करे इस बात को लेकर कई जगहों में जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं ।