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जाने इस बार कब है गणेश चतुर्थी… और वो मंत्र जिससे जीवन के सभी दु:ख होते है दूर…
भारत में कुछ त्यौहार धार्मिक पहचान के साथ – साथ क्षेत्र विशेष की संस्कृति के परिचायक भी है। इन त्यौहारों में किसी न किसी रूप में प्रत्येक धर्म के लोग शामिल रहते है। जिस तरह पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा पूरे देश में प्रचलित है उसी तरह महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाई जाने वाली गणेश चतुर्थी का उत्सव भी पूरे देश में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का यह उत्सव लगभग दस दिनों तक चलता है जिस कारण इसे गणेशोत्सव भी कहा जाता है। वहीं भगवान गणेश को ज्ञान, बुद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। भगवान गणेश को गजानन, गजदंत, गजमुख जैसे नामों से भी जाना जाता है। गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल हिन्दू पंचाग के भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस बार गणेश चतुथी 2 सितंबर को शुरू हो रही है।
गणेश चतुर्थी कथा…
एक बार माता पार्वती ने स्नान करने से पहले अपने मैल से एक बालक को उत्पन्न किया एवं उन्हें स्नान घर के द्वार की रक्षा करने को कहा। उन्होंने बालक को किसी को भी अंदर ना आने की ज़िम्मेदारी दी। उसके बाद महादेव ने अंदर जाने का प्रयास किया पर बालक ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। इससे क्रोधित होकर शिव ने उस बालक से युद्ध किया जिसके कारण उन्होंने उस बालक का धड़ अपने त्रिशूल से सर से अलग कर दिया। माता पार्वती यह देख क्रोधित हुई और प्रलह लाने का निर्णय लिया। उनके क्रोध से बचने के लिए सभी देव शिव जी से मदद की गुहार करने लगे। तभी शिव जी की सलाह पर विष्णु देव ने उत्तर दिशा में मिले एक हाथी के बच्चे के सर को वह लाए। शिव ने बालक के धड़ पर उस नन्हें हाथी का सर लगाकर उस बालक के शरीर में वापस जान ले आए। माता पार्वती ने उस बालक को अपने ह्रदय से लगा लिया। शिव जी ने उन्हें कहा गिरिजा नन्दन! विघ्न नाश करने में तेरा नाम सर्वोपरि होगा।मान्यताओं के अनुसार यह घटना चतुर्थी के दिन ही हुई थी। इसलिए इस दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी समय और शुभ मुहूर्त…
- गणेश चतुर्थी तिथि : 2 सितंबर 2019
- गणेश विसर्जन डेट : 12 सितंबर 2019
- मध्यान्ह गणेश पूजा : दोपहर 11:05 से 01:36 तक
- चंद्रमा न देखने का समय : सुबह 8:55 बजे से शाम 9:05 बजे तक
अगर आप भी जीवन में परेशानी का अनुभव कर रहे हैं तो गणेश चतुर्थी के दिन इन 12 नाम मंत्रों का स्मरण अवश्य करें। भगवान श्री गणेश आपके जीवन के सभी दु:ख दूर कर देंगे और आपको धन-वैभव से संपन्न बना देंगे।
- ॐ सुमुखाय नम:
- ॐ एकदंताय नम:
- ॐ कपिलाय नम:
- ॐ गजकर्णाय नम:
- ॐ लंबोदराय नम:
- ॐ विकटाय नम:
- ॐ विघ्ननाशाय नम:
- ॐ विनायकाय नम:
- ॐ धूम्रकेतवे नम:
- ॐ गणाध्यक्षाय नम:
- ॐ भालचंद्राय नम:
- ॐ गजाननाय नम:
इन मंत्रों का जाप करने के बाद श्री गणेश से दु:ख दूर करने की प्रार्थना करें।