जाने मुख्यमंत्री बघेल ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहीं कौन सी बात
विधानसभा के विशेष सत्र में राज्यपाल के कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री बघेल ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह परंपरा रही है कि जब भी नहीं कैलेंडर वर्ष में सत्र आहूत हो तो राज्यपाल उसे संबोधित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परंपरा का हमने पालन किया पिछले सत्र में ही फरवरी के अंतिम सप्ताह में अगले सत्र की घोषणा की गई थी। बदली हुई परिस्थितियों में संसद में यह विधेयक पारित किया इसलिए विशेष सत्र बुलाने की हम बाध्य थे। सत्र से पहले हमने विपक्ष के साथियों से चर्चा की लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह इतना बिखरा हुआ है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बात अगर परंपरा की हो तो विपक्ष को वर्हिगमन करने का अधिकार है पर इसका ऐलान भी आज दूसरे सदस्य कर रहे थे। राज्यपाल के अभिभाषण में बहिष्कार कहां किया जाता है। ऐसी परंपरा छत्तीसगढ़ में नहीं रहीं है।