बड़े पर्दे पर मां के किरदार को किरण खेर ने बखूबी निभाया

फिल्म अभिनेत्री किरण खेर किसी परिचय की मोहताज नही हैं। उन्होंने बड़े पर्दे पर मां का किरदार बखूबी निभाया है। उनके इस अभिनय ने उन्हें नई पहचान दी है। मां के रूप में किरण खेर का कोई जवाब नहीं है। किरण खेर ने अपने कैरियर की शुरुआत साल 1983 में पंजाबी फिल्म ’आसरा प्यार दा’ से की थी। हालांकि यह फिल्म अधिक सफल नही रही है। इसके बाद साल 1983 से लेकर 1996 तक उन्हें कुछ खास ऑफर भी नहीं मिले। लेकिन इस बीच वह नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर को लेकर बनी फिल्म पेस्टनजी (1988) में नजर आईं। पारसी संस्कृति को दिखाती यह व्यावसायिक फ़िल्म नहीं थी और ऐसे में इस फिल्म से उन्हें कुछ खास फायदा नहीं मिला। इस फिल्म में उन्होंने अपने दूसरे पति अनुपम खेर के साथ काम किया था। किरण और अनुपम खेर की शादी का किस्सा भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। किरण और अनुपम की मुलाकात 1980 के दौरान हुई थी और उस समय दोनों अपना अभिनय कैरियर बनाने के लिए संघर्षशील थे। निर्माता निर्देशकों के यहां चक्कर काटते-काटते अनुपम खेर से उनकी मुलाकात हुई और दोस्ती बढ़ने लगी। वैसे वह अनुपम खेर को अपने विश्वविद्यालय के दिनों से जानती थीं लेकिन उस समय प्यार जैसी कोई बात उनके बीच नहीं थी इसके बाद मुंबई में जब दोनों की मुलाकात हुई तो उस समय तक अनुपम और किरण दोनों ही पहले से शादीशुदा थे। किरण से शादी करने के लिए मानो अनुपम अपनी सफलता का इंतजार कर रहे हो। साल 1985 में फिल्म सारांश के जरिए पहला ब्रेक मिलते ही उन्होंने अपनी पत्नी से तलाक ले लिया। किरण खेर अपने पति से अलग हुईं और दोनों हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गये।

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