खंडवा: कौओं के साथ तीन मृत कुत्तों के शव मिलने से सनसनी | Nation One
खंडवा : जिले में बर्ड-फ्लू का अंदेशा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रतिदिन कौओं के मरने की संख्या में इजाफा हो रहा है। सुबह कौओं के साथ तीन श्वान मरे मिले। सूचना मिलने पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचे और जांच की।
समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि सूचना मिली कि खंडवा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर कौओं के साथ तीन मरे हुए श्वान पड़े हैं। तत्काल पशु चिकित्सक अधिकारियों को सूचना दी। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी शाहिन खान और रेलवे स्टेशन मास्टर मीणा से चर्चा की। रेलवे कर्मियों के साथ नगर निगम के सफाईकर्मी और डॉ. प्रदीप गोलकर भी घटनास्थल पर पहुंचे।
टीम ने मरे हुए कुत्ते और कौओं को किट पहनकर थैली में पैक किया और मौके पर ब्लीचिंग पाउडर से सैनिटाइज करवाया गया। मरे हुए श्वानों और कौओं को दफनाने के लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड ले जाया गया।
पशु चिकित्सा विभाग ने जारी की एडवाइजरी
उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ. राजू रावत ने पक्षियों में बर्ड-फ्लू एवियन इन्फ्लूएंजा नामक बीमारी के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए एडवाइजरी जारी की। इसमें कहा- पक्षियों में संक्रमण फैलने की आशंका होने से नदी, तालाब, कुएं, बावड़ी, नहर या अन्य जलस्रोत के आसपास पशु-पक्षियों की मृत्यु होती है तो तुरंत पशु चिकित्सा संस्था के अधिकारियों या कर्मचारियों को सूचित करें।
मृत पक्षी से पर्याप्त दूरी बनाए रखें। पक्षी को ग्लब्स और मास्क पहनकर उठाएं। प्लास्टिक कोट अथवा एप्रीन का उपयोग करें। मृत पक्षी को इधर-उधर ना फेंके, बल्कि उसे गड्ढा खोदकर जमीन में गाड़ दें। उस पर चूना पावडर डालकर कांटे डाल दें, ताकि मृत व संक्रमित पक्षी को कोई जानवर न खा सके।
मुर्गे और मुर्गियों के परिवहन पर प्रतिबंध
प्रदेश के खंडवा, खरगोन, नीमच, इंदौर, देवास, उज्जैन और गुना जिलों में कौओं के सैंपल की जांच में बर्ड-फ्लू की पुष्टि पाई गई है। बर्ड-फ्लू के कारण मुर्गे-मुर्गियों में भी यह रोग फैलने की पूरी संभावना होती है। इसे ध्यान में रखते हुए अपर जिला दंडाधिकारी नंदा भलावे कुशरे ने धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए।
इसमें खंडवा के आसपास के जिले खरगोन, बुरहानपुर, हरदा, इंदौर से मुर्गे-मुर्गियों को रेल, बस, ट्रक और अन्य चारपहिया, दोपहिया वाहन द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध 22 जनवरी तक लागू रहेगा।
झाबुआ में पांच मोर मरे मिले, बर्ड-फ्लू की आशंका
झाबुआ जिले के मदरानी गांव के पास खेतों में 5 मोर मृत पाए गए। उनके शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं हैं। ग्रामीणों को आशंका है कि बर्ड-फ्लू के चलते मौत हुई है। मोरों का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। मेघनगर से पशु चिकित्सक सुरेश गौड़ को भेजा गया है।
एक मृत मोर प्रोटोकॉल के तहत वन विभाग को सौंपा जाएगा। उसे जांच के लिए भोपाल लैबोरेटरी में भेजा जाएगा, जिसकी रिपोर्ट 3-4 दिनों में मिलने की उम्मीद है।