नई दिल्ली | आज हम बात करेगें एक ऐसे नेक दिल इंसान की जो वर्षो से लोगों की अनेक समस्याओं को लेकर उनके समाधान का हल खोजने में तन मन और धन से दिन और रात मेहनत कर रहा है। अपने लिए जिए तो क्या जिए, ऐ दिल तू जी जामने के लिए। जी हां, इस सोच को लेकर जीने वाले इंसान का नाम है जीवन कुमार मित्तल, जो दिल्ली के रहने वाले हैं यह वो व्यक्ति हैं जो लगातार लोगों की हर वो समस्या जिससे हर किसी आम आदमी को दो-चार होना पड़ता है। आप सोच रहे होंगे आखिर क्या हैं वो समस्याएं जिनसे हर किसी को दो-चार होना पड़ रहा है।
आइये जानते हैं कि क्या है ये समस्याएं
विभिन्न प्रकार के आवेदन, कार्ड, डीड, दस्तावेज, फाइल, बिल, रिपोर्ट, स्टेटमेंट आदि जो आम आदमी के लिए बहुत बड़ी परेशानी का सबब साबित हो रही हैं। आवेदन में, डुप्लीकेट में, मिसमैच में, सुधार में काफी परेशानी होती है। सरकारी डॉक्यूमेंट, फॉर्म, सिस्टम इतना पेचीदा होता है कि आदमी इस चक्रव्यूह में फंस जाता है। आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, PAN कार्ड, राशन कार्ड, विवाह पंजीकरण, वोटर आईडी कार्ड आदि से सम्बंधित हर ऑफिस में हर नागरिक को हमेशा टालने का रवैया रहता है। जिससे आम आदमी अपने डाक्यूमेंट्स में सुधार करवा ही नहीं पाता। आम आदमी को पता ही नहीं चलता कि उसकी समस्या का हल कब होगा, कहाँ होगा, किस के द्वारा होगा और कैसे होगा।
आम आदमी की हजारों परेशानियों को व्यवहारिक हल के साथ, सुझाव के देने वाले व्यक्ति हैं जीवन कुमार मित्तल जिन्होंने राष्ट्रपति सचिवालय को लगातार सुझाव भेजें हैं ताकि सरकार अपनी नीतियों में, पालिसी में आवश्यक सुधार कर सके।
आपको बता दें जीवन कुमार मित्तल ने अब तक आम आदमी की अनदेखी तीन हजार से ज्यादा प्रोब्लेम्स को ऑनलाइन राष्ट्रपति को भेजा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक भेजे गए तीन हजार से ज्यादा सुझावों में से अब तक मात्र 5 सुझावों पर व्यावहारिक परिवर्तन हुआ है भले ही परिणाम 1% से कम है लेकिन लाल फीताशाही के माहौल में यह सहनीय है और सराहनिए भी है।
ब्यूरो रिपोर्ट नेशन वन