आतंक फैलाने वालों से सख्ती से निपटेगी भारतीय सेनाः रावत
श्रीनगर
भारतीय थलसेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने रहा कि भारतीय सेना मानवाधिकारों का सम्मान करने वाली सेना है, लेकिन आतंकवाद फैलाने वालों के प्रति नरमी नहीं बरती जाएगी। तेलंगाना में पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख जनरल रावत ने कहा कि हमारी प्राथमिकता घाटी से आतंकी गतिविधियों को समाप्त करने की है। इसके लिए सेना ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है।
सेना प्रमुख ने कहा कि दक्षिणी कश्मीर के कुछ इलाकों में आतंकियों की सक्रियता के कारण समस्याएं हैं। सेना ने इनके खात्मे के लिए एक अभियान शुरू किया है। जल्दी ही दक्षिण कश्मीर से आतंकियों को खदेड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्थिति को सुधारने के लिए हर संभव उपाय किए जाएंगे। भारतीय सेना दुनिया की सबसे अनुशासित सेना है। मानवाधिकारों का सम्मान करते हुए ही हम आतंकियों और उनका समर्थन करने वाले लोगों से निपट रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों में घाटी में आतंकी हमले बढ़ने के बाद ही सेना ने भी कार्रवाई तेज कर दी है। शुक्रवार को सेना के अभियान में लश्कर कमांडर जुनैद मट्टू मारा गया। हिजबुल कमांडर बुरहान वानी और सबजार के बाद यह सेना की एक और बड़ी उपलब्धि है।
घाटी में अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान से मिल रहे फंड की जांच एनआईए ने शुरू की है। एक न्यूज चैनल के स्टिंग में अलगाववादी नेता कैमरे पर पाकिस्तानी पैसे मिलने के बात कबूलते देखे गए थे। इसके बाद गिलानी समेत कई अलगाववादी नेता एनआईए जांच के घेरे में हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की लगातार कोशिशों को विफल करने के लिए नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना ने बड़ा अभियान शुरू किया है। भारतीय सेना उन पाकिस्तानी सैन्य चौकियों के खिलाफ भी कार्रवाई की है, जिन्हें आतंकियों की घुसपैठ में इस्तेमाल किया जाता है।