विदेशों में तेल भंडारण की तलाश कर रहा है भारत: धर्मेंद्र प्रधान | Nation One
मंगलवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत आपूर्ति पक्ष के जोखिम को कम करने के लिए अमेरिका और अन्य स्थानों में कच्चे तेल का भंडारण करने की संभावनाएं तलाश रहा है।
बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। वहीं भारत ने तेल आयात में विविधता लाने के लिए उतार-चढ़ाव भरे पश्चिम एशिया के परंपरागत आपूर्तिकर्ताओं के अलावा अमेरिका, रूस और अंगोला से लंबे समय तक कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए समझौता किया है।
वहीं उन्होंने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अब 30 से अधिक देशों से कच्चे तेल का आयात कर रहा है, जिसमें अफ्रीका, उत्तर और दक्षिण अमेरिका के साथ ही दक्षिण पूर्व एशिया भी शामिल हैं।
गैस आयात में लाई जा रही है विविधता
इस समय भारत पूर्वी और पश्चिमी तट पर तीन स्थानों में 53.3 लाख टन (लगभग 3.8 करोड़ बैरल) तेल का भंडारण करता है। देश में इससे मुश्किल से 9.5 दिनों की जरूरत पूरी हो सकती है। धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि भारतीय कंपनियों ने अमेरिका, रूस और अंगोला में अपने समकक्षों के साथ नए दीर्घावधि के करार किए हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह गैस के आयात में भी विविधता लाई जा रही है।