देहरादून में बढ़ता तंबाकू का कारोबार….

देहरादून मे बढ़ता तंबाकू का कारोबार....

(ज्योति बिष्ट)

देहरादून: दून मे दिनों-दिन तंबाकू का कारोबार तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। जिसके कारण तंबाकू सेवन करने से मरने वाले लोगों की संख्या मे कई गुना वृद्धि हुई है। जो तंबाकू धुम्रपान केवल सुगंध के रूप मे लिया जाता था। लेकिन आज ये नशे के नाम मे आनंद प्राप्त करने मे परिवर्तित होता दिखाई दे रहा है। जिसका प्रतिदिन युवा शिकार बनते जा रहे है। यही वो एक जहर है, जो मनुष्य को धीरे-धीरे खोखला बना कर अनेक बीमारियों की चपेट मे ले लेता है। तंबाकू धुम्रपान की लत से पुरूष ही नही महिलाएं भी अछुती नही है। बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, खैनी व गुटखा की राजधानी में खासी डिमांड है।

कुल दस करोड़ रुपए के तंबाकू उत्पाद प्रतिमाह राजधानी में बिकते हैं। जिसके कारण सरकार को तंबाकू उत्पाद से ही सबसे ज्यादा मुनाफा प्राप्त होता है। पर ये मुनाफ़ा किस काम का जो लोगो के जान का दुश्मन बना पड़ा है। पिछले साल की तुलना में तंबाकू उत्पादों की डिमांड बढ़ी है। देखा गया कि, सरकार द्वारा इन पदार्थो मे पैकेटो मे चेतावनी प्रिंट कराई जिसमे साफ-साफ लिखा है कि, ‘तंबाकू का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, इससे कैंसर रोग होता है’ लेकिन कोई फायदा नही हुआ।

सरकार को ये लिखवाने के बजाय उन सभी तमाम फैक्टरियो को ही बंद करवाना चाहिए, जो मनुष्य की मौत की सामग्री तैयार कर रहे है। 31 मई को तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है! जिसका कोई मोल नही है। ये सब जानने के बाद भी की इसका असर हमारे स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ रहा है। लोग मुर्ख बने बैठे है! आज युवा वर्ग जो हमारे देश का भविष्य सिद्ध होगा। इस दलदल मे फंसता जला गया है। सरकार को इस विषय मे ठोस कदम उठाने चाहिए। प्रत्येक दुकानों मे तंबाकू धुम्रपान के विक्रय पर प्रतिबंध लगवाना चाहिए । कानून का उलंघन करने वाले को दंड़ दिया जाय।