देहरादून: उत्तराखंड में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। वही इसी कड़ी में प्रदेश में कांग्रेस ने भी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारियां शुरू कर दी है। वही कांग्रेस ने चुनावी कार्यक्रम से संतोष जताया है। साथ ही यह भी कहा है कि कांग्रेस जनता में चल रही परिवर्तन की भावना को धरातल पर उतारने को पूरी तरह तैयार है। वही इस दौरान उन्होने कहा है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गांधी परिवार के नेतृत्व में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी। और प्रदेश में विकास कार्यकर्मो को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस जनता के बीच उभरकर आएगी। और अपने वादों पर खरे उतरेगी। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तराखंड में चुनावी शंखनाथ करने आ रहे हैं।
वही आगामी लोकसभा चुनावों की आचार संहित लगने और पहले चरण में ही प्रदेश में होने वाले चुनाव को लकर अब कांग्रेस पार्टी भी पूरी तरह तैयार हो चुकी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ेगी। भाजपा की प्रदेश व केंद्र की मोदी सरकारी राष्ट्रभक्ति का प्रमाणपत्र बांटने की कोशिश कर रही है। भावनात्मक रंग देकर इसे मुद्दा बनाया जा रहा है, कांग्रेस इसका मुंहतोड़ जवाब देगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने देश की आजादी और देश को बनाने के लिए काफी शहादत दी है। इसकी पीड़ा को राहुल, प्रियंका और सोनिया गांधी से अधिक कोई नहीं समझता। कांग्रेस का मुख्य एजेंडा मोदी सरकार के जनता से किए चुनावों के दौरान के वादे रहेंगे जो अभी तक पूरी नहीं हो पाए हैं।
वही इस लोकसभा चुनाव के लिए उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा होनी अभी बाकी है। ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा नामांकन प्रक्रिया 18 मार्च को शुरू हो सकती है।
नई दिल्ली में हुई स्टेट स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में संभावित प्रत्याशियों की सूची तय कर ली गई है। इसे कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा गया है, जहां से प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर लगेगा। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस 18 मार्च तक पांचों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा करने की तैयारी भी कर रही है ताकि प्रत्याशियों को चुनावी तैयारियों का पूरा समय मिल सके और कार्यकर्ताओं को भी जोर शोर के साथ चुनावी समर में उतारा जा सके।