इस शुभ मुहूर्त में करें अष्टमी और नवमी पूजा, शिव मंदिर में भी करें दान…
शारदीय नवरात्र में इस बार दुर्गा अष्टमी पूजन बुधवार को किया जाएगा। वहीं गुरुवार को नवमी पूजन होगा। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि शुभ मुहूर्त में कन्या पूजन के समय इस उपायों को करने से माता प्रसन्न होती है जिसके बाद आपका भाग्य चमक सकता है।
अष्टमी के दिन कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 28 मिनट से 9 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। अगर इस समय न कर पाएं तो आप सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक भी पूजन कर सकते हैं।
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वहीं नवमी पूजन का शुभ मुहूर्त गुरुवार सुबह 6 बजकर 29 मिनट से 7 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। वहीं सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 3 बजकर 3 मिनट तक पूजन करना भी बेहद शुभ होगा। ज्योतिषाचार्य पंडित संतराम के अनुसार, पूजन के समय अग्यारी करने के बाद आप कन्या भोजन कराएं। इस दौरान नौ कन्याओं और एक बालक की पूजा करने के बाद उन्हें हल्वा, पूरी और चने का भोग लगाएं। इसके बाद उन्हें भेंट और उपहार देकर विदा करें। पूजन में आप 2 साल से लेकर 10 साल तक की नौ कन्याओं को बैठाएंगे तो शुभ होगा।
इस दिन आप धन प्राप्ति के लिए माता की पूजा से शाम के समय पहले उनके सामने घी के नौ दीपक जलाएं और फिर एक थाली में कुमकुम से स्वास्तिक बना लें। उन दीयों को उस थाली में रख लें जिसमे आपने कुमकुम से स्वास्तिक बनाया है। अगर आप चाहते हैं कि धन की कमी न हो तो आप इस दिन देवी मां की आराधना उत्तर दिशा में मुख करने के बाद ही करें और पूजा के समय आप पीले आसन पर बैठें। दीपक जाएं और उसके सामने लाल कपड़े पर चावल चढ़ाएं। अगर घर में श्रीयंत्र है तो वहां रखें और पूजा करें।
दशमी के दिन थोड़े सफेद फूल और चावल अपनी तिजोरी व रुपए रखने के स्थान पर रख दें। सुख शांति और अच्छे जीवनसाथी के लिए अष्टमी और नवमी के दिन शिवलिंग पर दूध, घी, दही, शहद एवं चीनी चढ़ाएं। इसी के साथ शिव मंदिर में दान भी करें।