मन की बात में प्रधानमंत्री ने दिया उत्तराखंड के इन दो प्रेरणादाई लोगों का उदाहरण | Nation One
दिल्ली : आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों के साथ मन की बात की। आज देशवासियों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेल के क्षेत्र में विषम पारिवारिक परिस्थितियों के बावजूद उल्लेखनीय स्थान बनाने वाले खिलाड़ियों का ज़िक्र कर उनकी हौसलाअफजाई की।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों से कोरोना की लड़ाई में वैक्सीनेशन को प्रमुख हथियार बताते हुए सभी से बिना किसी डर के कोरोना वैक्सीन लगाने की अपील की है। प्रधानमंत्री जी ने मानसून में जल संरक्षण के महत्व पर जल बचाने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण के लिये उत्तराखंड के जनपद पौड़ी गढ़वाल के दूधातोली लोक विकास संस्थान के संस्थापक और पाणी राखो आंदोलन के प्रणेता सच्चिदानंद भारती के प्रयासों का उदाहरण देते हुए उनके इस प्रयास से लोगों को प्रेरणा लेने की अपील की।
बतादें की सच्चिदानंद भारती ने पौड़ी के उफरैंखाल में गाडखर्क की सूखी पहाड़ी को हराभरा करने के लिये वर्षा जल संरक्षण की मुहिम में चीड़ के जंगलों की सूखी पहाड़ी पर बारिश की बूंदों को सहेजने के लिए क्षेत्र की महिला और युवक मंगल दलों की मदद से 30 हजार से भी अधिक की संख्या में छोटी- छोटी जल तलैंया बनाई हैं।
उनकी इस मुहिम से गाडखर्क की सूखी पहाड़ी न सिर्फ हरी-भरी हुई, बल्कि वहां से निकलने वाली बरसाती नदी के स्रोत भी सतत जलधारा में बदल गए।
अनेक पुरस्कारों से सम्मानित सच्चिदानंद भारती जी द्वारा क्षेत्र में वर्षा जल संरक्षण की मुहिम का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के सामने उदहारण दिया है।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में आज नैनीताल के परितोष नामक व्यक्ति का भी जिक्र करते हुए गिलोय के गुणों पर भी प्रकाश डाला।