नई दिल्ली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फारेन ट्रेड (आईआईएफटी) के 1917-19 बैच के छात्रों को ग्रीष्मकालीन प्लेसमेंट के तहत 1.37 लाख रुपये का औसत स्टाइपेंड हासिल हुआ है। पिछले साल यह औसत 1.24 लाख रुपये था। भारत के इस प्रमुख बिजनेस स्कूल के छात्रों को सबसे ज्यादा विदेशी कंपनियों के आफर हासिल हुए हैं।
आईआईएफटी के 65 फीसदी छात्रों को लाखों का स्टाइपेंड विदेशी कंपनियों ने ऑफर किया है। आईआईएफटी के अनुसार पूरी दुनिया की 80 से अधिक कंपनियों ने संस्थान के 282 छात्रों को चयनित किया। इनमें 16 कंपनियां में संस्थान के पांच से अधिक छात्रों का चयन किया गया। लगातार तीस साल से संस्थान के छात्रों का चयन करने वाली आईटीसी ने इस बार भी बड़ी संख्या में प्लेसमेंट दिया है।
इस बार महत्वपूर्ण बात यह रही कि सभी क्षेत्रों की प्रमुख कंपनियों ने प्लेसमेंट भाग लिया और अपनी जरूरत के हिसाब से मेधावियों का चयन किया। इस साल स्टाइपेंड में औसतन 11 फीसदी बढोतरी दर्ज हुई। संस्थान के अनुसार एचयूएल, आईटीसी, गोल्डमैन शैश, जेपी मोर्गन चेज एंड कंपनी, गोदरेज इंडस्ट्रीज, मैरिको, शेल, जीई, डाबर, गूगल, अमेजन, सिटीबैंक, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स आदि प्रमुख कंपनियां हैं, जिन्होंने छात्रों को जॉब ऑफर किए।
इस साल सबसे अधिक 16 छात्रों को मध्यपूर्व, अफ्रीका, यूरोप, सिंगापुर और इंडोनेशिया जैसे देशों में प्लेसमेंट मिला है। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने जेनेवा आफिस के लिए प्रशिक्षुओं की भर्ती की है। ओईसीडी ने पेरिस आफिस के लिए चयन किया है।