
मुझे नहीं पसंद यह दुनिया, यहां लोग झगड़ते हैं, खुदकशी से पहले मेधावी ने प्रधानमंत्री को लिखा सुसाइड लेटर | Nation One
मुरादाबाद। सम्भल जिले की एक छात्रा देश और समाज की समस्याओं को लेकर इतनी चिंतित रही कि स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले गोली मारकर उसने खुद की जीवन लीला समाप्त कर ली पर, खुदकशी करने से पहले उसने प्रधानमंत्री के नाम सुसाइड नोट लिखा है। 19 पेज के इस लेटर में उसने परिवार ही नहीं, देश और समाज के हालात पर भी चिंता जाहिर की है। बढ़ते प्रदूषण और बढ़ती जनसंख्या जैसे मुद्दे भी उठाते हुए पीएम से इनके समाधान की अपेक्षा रखी है। परिजन अब चाहते हैं कि ये चिट्ठी पीएम मोदी तक पहुंचे और उनकी दिवंगत बेटी की चिंताओं से प्रधानमंत्री मोदी रूबरू हों।
छात्रा आंचल सम्भल जनपद के बबराला निवासी नरेश गिरि की बेटी थी। तीन भाइयों और तीन बहनों में दूसरे नंबर की आंचल ने इसी साल हाईस्कूल के एग्जाम में 75 प्रतिशत अंक पाये थे। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि दुनिया उन्हें इसलिए नहीं पसंद कि यहां लोग झगड़ते हैं। मां-बाप को वृद्धाश्रम में भेज देते हैं। उनके साथ गाली-गलौज मारपीट करते हैं। लोग पेड़-पौधे अपने हितों के लिए काट लेते हैं। जानवरों पर अत्याचार करते हैं। उसे ऐसे लोगों से नफरत है जो अपने राष्ट्रगान पर खड़े होने से कतराते हैं और देश-विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं।
आप जैसा कोई पीएम नहीं, काश, अपनी उम्र आपको दे पाती
आंचल ने सुसाइड नोट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए लिखा है कि देश में कई पीएम हुए पर आप जैसा कोई नहीं। मेरे हृदय में आपके लिए अत्यधिक सम्मान है, काश मैं अपनी उम्र आपको दे पाती। आपमें संस्कार कूट-कूटकर निवास करते हैं। यह देश वर्षों से अंधेरे में था और आप पहले सूर्य बनकर उभरे हैं। प्रधानमंत्री जी मैं आपसे पर्सनल मीटिंग करना चाहती थी, परंतु यह असंभव है क्योंकि आप खुद को ही समय नहीं दे पाते हो। निरंतर देश की सेवा में लगे रहते हो।