
पत्रकारिता को मूल्यपरक कैसे बनाया जाए, वेबिनार में चर्चा | Nation One
देहरादूनः मूल्यानुगत मीडिया अधिकरण समिति के कार्यो को डिजिटल प्लेटफार्म देकर ग्लोबल स्तर पर विस्तार किया जाएगा. डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रकाशन कार्य, मीटिंग, मैग्जीन, इत्यादि गतिविधियों को संचालित करके, पत्रकारिता को मूल्यपरक बनाने का संकल्प लिया गया.
बुधवार को हुए वेबिनार में समाज और मीडिया में आये मूल्यों के विचलन को दूर करने के लिए विभिन्न उपायो की चर्चा करते हुए कहा गया कि मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता आज की समय की मांग है. कहा गया कि, आज मीडिया का स्वरूप बदल रहा है. सोशल मीडिया की भूमिका बढ़ रही है. सोशल मीडिया में न्यूज के एडिंटिंग और फिल्टर करने की व्यवस्था नहीं है, इसलिए यह और भी प्रासंगिक हो जाता है.
वेबिनार में यूरोपीय-अमेरिकन पत्रकारिता से विभिन्न भारतीय परिवेश में भारतीय मूल्यों के आधार पर मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता को स्थापित करने पर बल दिया. बैठक में कहा गया, आज बदलते दौर में मीडिया का स्वरूप बदल रहा है. एन्रायड फोन और सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्ति केवल उपयोग कर्ता ही नही बल्कि संचार वाहक भी है.मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के विभिन्न उपायों पर चर्चा करते हुए कहा गया कि हमें नकारात्मकता पर अधिक चर्चा नही करनी है बल्कि, अपनी सकारात्कता के प्रयास को बढाना है. शुद्ध जल छोड़े जाने पर अशुद्ध जल की गंदगी स्वतः दूर हो जाती है. यदि हम गंदगी को देखेंगे और वर्णन करेंगे तब कीचड़ में फंसते जाएंगे.
कोविड़ प्रभाव पर चर्चा करते हुए आज के संकटकालीन पत्रकारिता, पत्रकारिता में बढते तनाव, जाब की समस्या पर भी चर्चा की गई. कहा गया कि समय आएगा और चला जाएगा लेकिन, अपनी मन की स्थिति को खराब न करें. आने वाला समय डिजिटल मीडिया का है जिसके अनुरूप अपने का ढालना होगा. यद्यपि प्रिन्ट मीडिया का अपना महत्व भी बना रहेगा. विश्वसनीय पत्रकारिता की पूछ सदैव होती रहेगी. मीडिया को अच्छे पत्रकारों की जरूरत है.
मुल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति नाम से पंजीकृत एवं सक्रिय इस संगठन के राष्ट्रीय संयोजक जाने माने पत्रकार प्रोफेसर कमल दीक्षित और अध्यक्ष भारतीय जनसंचार संस्थान के महानिदेशक डॉ. संजय द्विवेदी हैं. वह माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की इंदौर जोन इंचार्ज राजयोगीनी, बीके हेमलता के सानिध्य व डॉ. संजय द्विवेदी की अध्यक्षता में जयपुर से प्रोफेसर संजीव भानावत, खामगांव से दैनिक देशोन्नति के संपादक राजेश राजोरे, जलगांव से डॉ. सोमनाथ, उत्तराखंड से श्रीगोपाल नारसन, भोपाल से बीके रीता बहन ने पत्रकारिता में आज की चुनौती को रेखांकित किया और कोरोना संकट के दौर में पत्रकार अवसाद के शिकार न हो. इसके लिए राजयोग के अभ्यास पर बल दिया.