
माफियाओं की जमीन पर बनेंगे दलितों-गरीबों के लिए आवास, CM योगी ने की कई घोषणाएं | Nation One
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं का पक्ष लेने के लिए भी विपक्ष को लताड़ लगाई। प्रदेश के मुखिया ने कहा कि हम माफ़ियाओं को ढोकर नही चलते हैं। ऐसे लोग पूरे प्रदेश का परसेप्शन ख़राब कर रहे हैं। हमने अपने कार्यकाल में माफ़ियाओं की संपत्ति पर बुलडोज़र चलवाए, अवैध कब्जे ख़ाली करवाए।
उन्होंने ऐलान किया कि माफियाओं से जब्त की गई जमीन पर गरीबों और दलितों के लिए प्रदेश सरकार मकान बनवाने का काम करेगी। योगी सरकार ने सामाजिक न्याय के साथ काम किया है। उन्होंने नौजवानों के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मानसून सत्र में सरकार द्वारा अनुपूरक बजट पेश किए जाने के बाद गुरुवार को सदन को संबोधित कर रहे थे। यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल से सपा सांसद द्वारा दिए जाने बयान पर कही।
सदन में नौजवानों के लिए कविता पाठ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व युवाओं को अपने पाले में करने से भी नहीं चूके। उन्होंने एलान किया कि किसी भी तीन प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी करने वाले नौजवानो को सरकार की ओर से भत्ता प्रदान किया जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को स्मार्ट फोन भी सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा। राज्य कर्मचारियों के लिए उन्होंने महंगाई भत्ते की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि एक जुलाई 2021 से सभी सरकारी कर्मचारियो को महंगाई भत्ता दिया जाएगा। साथ ही सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत अधिवक्ताओं की सुरक्षा निधि को डेढ़ लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने का भी मुख्यमंत्री ने एलान किया।
इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि अब तक जो लोग अयोध्या में झांकते नहीं थे, वे भी आज चिल्ला रहे हैं कि राम हमारे हैं। ब्रज क्षेत्र में जो लोग कंस की प्रतिमा लगाने का दावा कर रहे थे। उनके लिए श्रीराम और श्रीकृष्ण साम्प्रदायिक होते थे। हालांकि अब दंडवत होकर कह रहे हम भी भक्त हैं।
उन्होंने सपा पर हमला करते हुए कहा कि जो पूर्व में सत्ता पर आसीन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंभ के लिए कुछ अच्छा कर सकते थे लेकिन कुंभ के लिए कुछ करते तो टोपी लगाकर मुबारकबाद कैसे देते? अब टोपियां ग़ायब हो गई हैं। अब हिंदू राग अलापा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का समर्थन कर रहे हैं। लोग तालिबान के कब्जे को भारत की आजादी की लड़ाई से जोड़ रहे हैं, ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए।