
Dehradun की मलिन बस्तियों में कैंप लगाकर वसूला जाएगा हाउस टैक्स | Nation One
Dehradun महानगर की मलिन बस्तियों के बोर्ड बैठक के फैसले के बाद अब नगर निगम 129 मालिन बस्तियों के 40 हजार भवनों से हाउस टैक्स वसूलने में कोई देरी नहीं करना चाहता है।
आपको बता दें शुक्रवार को मेयर सुनील उनियाल गामा के निर्देशन मे हुई निगम अफसरों के बैठक में यह तय किया गया है कि इसी महीने से टैक्स वसूलने का कार्य शुरु कर दिया जाए।
बैठक के फैसले के बाद अब निगम के अधिकारी इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि टैक्स किस साल से वसूला जाए। इसके लिए दस्तावेजों का अध्ययन किया जा रहा है।
आपको बता दें देहरादून की मलिन बस्तियों से करीब चार करोड़ रुपये सालाना कर की निगम को प्राप्ती होगी।

Dehradun : टैक्स वसूलने का प्रस्ताव पास
हालांकि, मलिन बस्तियों से टैक्स वसूलने का प्रस्ताव पास होते ही विपक्षी दल कांग्रेस ने इस पर विरोध जताया है। इसे भांपते हुए निगम अब और देर नहीं करना चाहता है।
सिर्फ दो महीने में सभी घरों से टैक्स वसूलना निगम के लिए चुनौती बरा काम है। मेयर उनियाल ने टीमें गठित कर कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं
उन्होंने कहा कि हर हाल में दो माह में सभी मलिन बस्तियों को कर के दायरे में लाया जाए। उन्होंने बताया कि टैक्स किस साल से वसूला जाएगा, इसपर भी मंथन चल रहा है।
आपको बता दें मलिन बस्तियों से 2017 में एक साल तक नगर निगम द्वारा हाउस टेक्स लिया गया था। लेकिन, साल 2018 में हाईकोर्ट ने इन बस्तियों को अतिक्रमण मानकर हटाने का आदेश दिया।

इससे करीब 40 हजार घरों पर ध्वस्तीकरण की तलवार लटक गई थी। इससे पहले साल 1992 में जब देहरादून नगर पालिका थी, तब मलिन बस्तियों पर भवन कर लगाया था। उस समय मलिन बस्तियों में घरों की संख्या करीब 20 हजार थी।
Also Read : Uttarakhand : पर्वतीय जनपदों के लिए सहकारिता के क्षेत्र में और प्रयासों की जरूरत : CM धामी | Nation One