सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक दिन, नागरत्ना बनेंगी भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस | Nation One
सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को रिक्त पड़े जजों के पद पर नियुक्ति कर ली गई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को एकसाथ नौ जजों ने अपने कार्यभार की शपथ ग्रहण की। इन नौ जजों में तीन महिला जज भी शामिल हैं।
ऐसा पहली बार हुआ है कि सुप्रीम कोर्ट के बाहर शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया है। इसी समारोह में इन नौ जजों ने शपथ ग्रहण किया। इस शपथ ग्रहण का सीधा प्रसारण भी किया गया।
सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ लेने वाले इन जजों में जस्टिस ओका, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस जेके माहेश्वरी, जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस बीवी नागरत्न, जस्टिस सीटी रविकुमार, जस्टिस एमएम सुंदरेश, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस पीएस नरसिम्हा का नाम शामिल है।
इसी के साथ ही यह भी साफ़ हो गया कि वर्ष 2027 में जस्टिस बीवी नागरत्ना के रूप में भारत को पहली महिला मुख्य न्यायाधीश मिलेगी।
आपको बता दें कि बीते दिनों कॉलेजियम ने ही इन नौ जजों के नामों की सिफारिश की थी। फिर केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इसको हरी झंडी दिखा दी थी।
सुप्रीम कोर्ट में शपथ लेने वाली तीन महिला जजों में कर्नाटक की तीसरी सबसे वरिष्ठतम न्यायाधीश बीवी नागरत्ना, गुजरात उच्च न्यायालय की पांचवीं सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश बेला एम त्रिवेदी और तेलंगाना उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश हिमा कोहली का नाम शामिल है।
सुप्रीम कोर्ट में नौ जजों की नियुक्ति से काफी राहत मिलेगी। क्योंकि पिछले दस सालों में जजों की कुल संख्या में सबसे कम जज अभी कार्यरत हैं।
सुप्रीम कोर्ट में कुल 34 जजों की स्वीकृत संख्या है। इसमें अभी 24 जज कामकाज देख रहे हैं। 9 जजों के आने के बाद भी एक सीट खाली रहेगी।