डोईवाला अस्पताल में एक अगस्त से बैठेंगे हिमालयन के डॉक्टर
- मुख्यमंत्री आवास में स्वास्थ्य विभाग और हिमालयन विश्वविद्यालय के बीच समझौता
- अस्पताल का प्रशासनिक नियंत्रण चिकित्सा अधीक्षक के माध्यम से राज्य सरकार के पास रहेगा
- मरीजों को रेफर करने का अधिकार सीएमएस के पास होगा, डीएम की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी
देहरादून
शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में स्वास्थ्य विभाग और स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के बीच चिकित्सको की उपलब्धता पर प्रो-बोनो एग्रीमेंट(निःशुल्क निस्वार्थ समझौता) किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उपस्थित रहे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से महानिदेशक डाॅ.डीएस रावत और हिमालयन विश्वविद्यालय की ओर से उनके कुलसचिव नलिन भटनागर ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस समझौते के माध्यम से डोईवाला स्वास्थ्य केन्द्र को पर्याप्त चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार इसके लिए कोई व्यय नही करेगी। मुख्यमंत्री रावत ने समझौते का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश के पर्वतीय जनपदों में चिकित्सकों की तैनाती की जा रही है। उन्होंने डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आॅपरेशन थियेटर के जीर्णोद्धार के लिए तत्काल 50 लाख रूपये देने तथा एक माह में आॅपरेशन थियेटर को पूर्ण रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। यह समझौता पांच वर्ष के लिए किया गया है।
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समझौते के मुताबिक डोईवाला अस्पताल में स्वामी राम हिमालयन संस्थान 13 चिकित्सकों की तैनाती करेगा। इनमें सर्जन, गायनोकाॅलोजिस्ट, एनेस्थिशियन और बाल रोग विशेषज्ञ सहित कुल चार विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल है। एक अगस्त से चिकित्सको की तैनाती शुरू हो जाएगी और 15 अगस्त से इसे पूर्ण रूप से संचालित करने का लक्ष्य रखा गया है। अस्पताल में आवश्यक सभी पैरामेडिकल स्टाफ हिमालय विश्वविद्यालय तैनात करेगा। अस्पताल का प्रशासनिक नियंत्रण चिकित्सा अधीक्षक के माध्यम से राज्य सरकार के पास रहेगा। स्टोर कीपर, फार्मासिस्ट और एकाउंटेंट राज्य सरकार तैनात करेगी। मेडिकोलीगल मामलों के लिए एक सरकारी डाॅक्टर तैनात रहेगा। अस्पताल में दवाइयां, उपकरण, एम्बुलेंस एवं रखरखाव की व्यवस्था राज्य सरकार की जिम्मेदारी होगी। सरकार और हिमालयन संस्थान के बीच समन्वय करने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक सेंटर मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ और द्वितीय पक्ष के प्रतिनिधि भी रहेंगे। अस्पताल से रेफर करने का अधिकार सीएमएस के पास रहेगा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ.विजय धस्माना, सलाहकार मुख्यमंत्री डाॅ.नवीन बलूनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।