हाईकोर्ट से उमेश कुमार की गिरफ्तारी पर रोक | Nation One
अपने तल्ख सवाल पूछने के लिए मशहूर पत्रकार उमेश कुमार की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। समाचार प्लस न्यूज चैनल के संस्थापक और प्रधान संपादक रहे उमेश कुमार इन दिनों बांग्ला भारत न्यूज चैनल के अलावा कई डिजिटल न्यूज चैनल संचालित करते हैं।
उत्तराखंड राज्य सरकार की नीतियों और कारनामों का लगातार खुलासा पहाड़ टीवी और अन्य डिजिटल-सोशल मीडिया माध्यमों के जरिए करने के कारण यहां के शासन-प्रशासन के निशाने पर रहते हैं। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी लोगों और बड़े अफसरों के करप्शन से जुड़े कुछ स्टिंग कराने के चलते उमेश कुमार को उत्तराखंड सरकार ने गुपचुप मुकदमा दर्ज कर अचानक छापा मार गिरफ्तार कर लिया और पहले देहरादून जेल में रखा, फिर रांची जेल भिजवा दिया था।
उमेश जेल से बाहर आए तो फिर से उत्तराखंड सरकार की कार्यशैली के खिलाफ पोल खोल अभियान शुरू कर दिया। उमेश के वीडियोज डिजिटल मीडिया माध्यमों में खूब लोकप्रिय होने लगे। लाखों व्यूज के अलावा हजारों शेयर-फारवर्ड के चलते उत्तराखंड सरकार के कारनामों के कंटेंट वायरल होने लगे।
उमेश सीधे उत्तराखंड सरकार के मुखिया पर निशाना साधते. इससे उत्तराखंड सरकार में बैठे लोग बेचैन होने लगे। नतीजे में राज्य सत्ता ने उमेश कुमार समेत उन पत्रकारों को फिर से निशाना बनाने का फैसला कर लिया जो सरकार को आइना दिखाने का काम करते हैं।
राज्य सरकार के निर्देश पर उत्तराखंड पुलिस फिर सक्रिय हो गई। राजद्रोह समेत कई धाराएं लगाकर गिरफ्तार करो अभियान शुरू कर दिया गया।