Health : इस विटामिन की कमी से हड्डियों में दर्द होता है!
Health : आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल में शरीर को ज़रूरी पोषण नहीं मिल पाना आम समस्या बन चुकी है। इसी का एक बड़ा असर हमारी हड्डियों पर देखने को मिल रहा है। कई लोगों को बार-बार हड्डियों में दर्द, कमज़ोरी और अकड़न की शिकायत रहती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी एक बड़ी वजह विटामिन डी की कमी हो सकती है?
विटामिन डी को 'सनशाइन विटामिन' कहा जाता है, क्योंकि यह सूर्य की रोशनी से शरीर में बनता है। यह हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद ज़रूरी होता है। इसकी कमी से न सिर्फ हड्डियां कमज़ोर होती हैं, बल्कि जोड़ो में दर्द, थकान और मांसपेशियों में खिंचाव जैसी दिक्कतें भी बढ़ जाती हैं।
Health : विटामिन डी का शरीर में क्या काम है?
विटामिन डी शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण में मदद करता है। ये दोनों खनिज (minerals) हड्डियों की मजबूती और विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। यदि शरीर में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा नहीं होगी, तो हड्डियों को कैल्शियम नहीं मिल पाएगा, जिससे वे धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं।
विटामिन डी इम्यून सिस्टम को भी सपोर्ट करता है, जिससे शरीर संक्रमण और सूजन से बेहतर तरीके से लड़ पाता है। साथ ही यह हार्मोन बैलेंस, मानसिक स्वास्थ्य और मांसपेशियों के कार्य में भी अहम भूमिका निभाता है।
Health : विटामिन डी की कमी क्यों होती है?
आजकल लोग धूप से बचने के लिए ज्यादा समय घर के अंदर बिताते हैं, सनस्क्रीन का अत्यधिक प्रयोग करते हैं या ऐसे कपड़े पहनते हैं जिससे त्वचा सूरज की रोशनी से सीधे संपर्क में नहीं आती। इसके अलावा, बुज़ुर्गों में, डार्क स्किन वाले लोगों में, और जिनकी डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स या मछली कम होती है, उनमें विटामिन डी की कमी होना आम है।
कई बार लिवर या किडनी की समस्याएं, मोटापा और कुछ दवाइयों का सेवन भी विटामिन डी के अवशोषण में रुकावट डालते हैं।
Health : हड्डियों में दर्द और विटामिन डी की कमी: क्या है कनेक्शन?
विटामिन डी की कमी होने पर हड्डियों में दर्द होना आम है। यह दर्द अक्सर गहरे, लगातार और धीमे तरीके से होता है। यह घुटनों, पीठ, कूल्हों या टखनों में महसूस हो सकता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि लंबे समय तक इस कमी को नज़रअंदाज़ करने पर यह ऑस्टियोमलेशिया (हड्डियों का मुलायम हो जाना) या ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का झरझरा होना) जैसी बीमारियों में बदल सकता है। ये स्थितियां हड्डियों को कमजोर कर देती हैं और मामूली चोट में भी फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।
Health : क्या कहती हैं रिसर्च?
हाल के अध्ययनों में पाया गया है कि भारत समेत कई देशों में 70-90% लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है। यह कमी शहरी इलाकों में ज्यादा देखने को मिलती है, जहां लोग प्राकृतिक रोशनी से दूर रहते हैं और आहार में भी पोषण की कमी होती है।
2022 में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, विटामिन डी के निम्न स्तर वाले लोगों को हड्डियों में दर्द की शिकायत 60% ज्यादा होती है बनिस्बत उन लोगों के जिनमें यह विटामिन पर्याप्त मात्रा में होता है।
Health : कैसे पता चले कि विटामिन डी की कमी है?
विटामिन डी की कमी का पता लगाने के लिए 25-hydroxy vitamin D blood test करवाया जाता है। यदि इसका स्तर 20 ng/ml से कम है, तो इसे ‘डिफिशिएंसी’ माना जाता है।
इसके अलावा यदि आपको निम्न लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो यह कमी का संकेत हो सकता है:
- मांसपेशियों में कमजोरी
- जोड़ों या हड्डियों में सुस्त दर्द
- बार-बार थकान
- बालों का झड़ना
- डिप्रेशन या मूड स्विंग्स
Health : कैसे करें पूर्ति?
- धूप में समय बिताएं – सुबह 7 से 10 बजे के बीच 15-20 मिनट रोज धूप में रहें।
- विटामिन डी युक्त आहार लें – जैसे कि अंडे की ज़र्दी, फैटी फिश (सालमन, टूना), मशरूम, दूध और उसके उत्पाद।
- सप्लिमेंट्स – डॉक्टर की सलाह पर विटामिन डी3 की गोलियां या सिरप लिया जा सकता है।
- लाइफस्टाइल सुधारें – बैठने की बजाय हल्की फिजिकल एक्टिविटी करें, ताकि मांसपेशियां और हड्डियां दोनों एक्टिव रहें।
विटामिन डी एक छोटा सा पोषक तत्व है लेकिन इसके बिना हड्डियों की सेहत अधूरी है। अगर आप बार-बार हड्डियों में दर्द, थकान या कमजोरी महसूस कर रहे हैं, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। एक साधारण ब्लड टेस्ट से इसकी पुष्टि करवाई जा सकती है और सही समय पर इलाज शुरू किया जा सकता है।
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