हाथरसकांडः संदिग्ध महिला हुई प्रकट, कहा-मुझे नक्सल कैसे बोल दिया, सुबूत पेश करो | Nation One

हाथरसः कथित गैंगरेप मामले में नक्सल कनेक्शन सामने आने के बाद अचानक संदिग्ध महिला प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमारी बंसल प्रकट हुई. अपने ऊपर नक्सली होने का आरोप लगने पर वह भड़क गई और पुलिस से कहा मुझे नक्सल कैसे कह दिया, सुबूत पेश करो. उसने मीडिया के सामने एक बयान जारी कर कहा कि मेरा कोई रिश्ता नहीं है, मैं केवल आत्मीयता के तौर पर हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर गई थी.

राजकुमारी बंसल ने बताया कि पीड़ित परिवार को अच्छा लगा कि हमारे समाज की एक लड़की इतने दूर से आई है तो उन्होंने कहा कि बेटा एक दो दिन रूक जाओ, तो मैं रूक गई. उन्होंने कहा कि मैं पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती थी.सिर्फ पति को बताकर गई थी. उधर, एसआईटी की जांच पर सवाल खड़ा करते हुए महिला ने कहा कि पहले सुबूत पेश करें. वहीं बोलना और आरोप लगाना बहुत आसान होता है.

पेशे से मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमारी बंसल ने कहा कि मुझे लगा के मेरे नंबर के साथ टेंपरिंग की जा रही हैं. मैने फौरन साइबर पुलिस में रिपोर्ट की है. ये मेरे मान सम्मान की बात है. कैसे मुझे नक्सल कहा गया. उन्होंने कहा कि मैं फॉरेंसिक रिपोर्ट देखने गई थी, क्योंकि मैं एक्सपर्ट हूं उस विषय की. आरोपी महिला ने कहा कि मैंने भाभी बनकर कभी इंटरव्यू नहीं दिया, मैंने कहा कि मैं बेटी हूँ.

आपको बता दें कि, एसआईटी की जांच में सामने आया है कि 16 से 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर नक्सली महिला बड़ी साजिश रच रही थी. इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इस केस से जुड़े फंडिंग मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और भीम आर्मी के लिंक भी मिले हैं.

हाथरस कांड की जांच कर रही एसआईटी के सूत्र बताते हैं कि नक्सली महिला घूंघट ओढ़कर पुलिस और एसआईटी से बातचीत कर रही थी. वहीं घटना के दो दिन बाद से ही संदिग्ध महिला पीड़िता के गांव पहुंच गई थी. आरोप है कि पीड़िता के ही घर में रहकर वह परिवार के लोगों को कथित रूप से भड़का रही थी. पीड़िता की भाभी बनकर रहने वाली नक्सली एक्टिविस्ट महिला की कॉल डिटेल्स में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं.