![निगेटिव रिपोर्ट आऩे पर ही हाथरस गया, बीजेपी झूठ बोल रहीः विधायक | Nation One](https://nationone.tv/wp-content/uploads/2020/10/Kuldeep-Kumar.jpg)
निगेटिव रिपोर्ट आऩे पर ही हाथरस गया, बीजेपी झूठ बोल रहीः विधायक | Nation One
नई दिल्ली: आप विधायक कुलदीप कुमार ने भारतीय जनता पार्टी पर इस बात का झूठ फैलाने का आरोप लगाया है कि, कोरोना पाजीटिव होते हुए भी वह हाथरस कथित गैंगरेप पीड़िता के घर गए थे, जिसके कारण हाथरस पुलिस ने उनके खिलाफ संक्रमण के बावजूद लोगों से मिलने को लेकर केस दर्ज किया है. विधायक ने इस पर सफाई दी है कि, वह हाथरस जरूर गए थे लेकिन, कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद.
आप विधायक ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की आरोपियों को बचाने के लिए की जा रही कवायद से पूरा दलित समुदाय आहत है. भाजपा के सांसद जाकर उन आरोपियों से मिलते हैं. एक रेप विक्टिम के बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज करना चाहिए था लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. आप विधायक ने कहा कि अगर हाथरस पुलिस ने उनसे जानकारी मांगी होती तो वह अपनी रिपोर्ट दिखाते. उनकी रिपोर्ट नेगेटिव है और इसी की पुष्टि के बाद वह हाथरस गए थे. यूपी पुलिस ने महामारी एक्ट के तहत उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
कुलदीप कुमार ने कहा, वह दलित समुदाय से आते हैं और अपने परिवार से मिलने गया, नेगेटिव रिपोर्ट लेकर गया लेकिन. बीजेपी ने प्रोपोगेंडा फैला दिया. उसके आधार पर वह मेरे ऊपर एफआईआर दर्ज करते हैं. बीजेपी कितना भी दम लगा ले, योगी सरकार कितना दम लगा ले, हम उस बेटी को न्याय दिलाकर रहेंगे उसकी न्याय की लड़ाई जारी रहेगी.”
आपको बता दें, आप विधायक ने 29 सितंबर को स्वयं ट्वीट कर बताया था कि वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने लिखा था कि हल्का बुखार आने के बाद उन्हें कोरोना जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उन्होंने होम आइसोलेशन में ही रहने की बात भी कही थी. साथ ही पिछले कुछ दिनों के भीतर उनसे मुलाकात करने वालों से भी कोरोना टेस्ट करने की सलाह भी दी थी.
यही नहीं, चार अक्टूबर को विधायक ने एक वीडियो डाल कर ट्वीट किया था कि वो हाथरस में पीड़ित परिवार से मिले हैं. हाथरस पुलिस-प्रशासन ने इसका संज्ञान लिया और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पीड़िता के पूरे गांव का मंगलवार को कोरोना टेस्ट कराया था. पिछले कुछ दिनों में गांव में लगातार नेताओं, सुरक्षाकर्मियों की आवाजाही के कारण एहतियातन यह कदम उठाया गया है. कुछ सुरक्षाकर्मी पहले ही पॉजिटिव पाए जा चुके हैं.