उत्तराखंडः समर्थकों के साथ विधानसभा तक नहीं पहुंच पाए हरीश रावत
देहरादून
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को विधानसभा की ओर जाने से पुलिस बल ने रोक दिया। इस दौरान रावत के समर्थकों की पुलिस से तीखी नोक-झोंक हुई, लेकिन पुलिस ने हरीश रावत सहित किसी भी समर्थक को रिस्पना पुल से आगे नहीं बढ़ने दिया। इस दौरान पूर्व सीएम रावत ने सरकार पर दमनकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाया और उनके समर्थकों ने पुलिस और सरकार विरोधी नारे लगाए। भारी पुलिस बल के कारण पूर्व सीएम विधानसभा की ओर नहीं बढ़ पाए और समर्थकों सहित वापस लौटना पड़ा।
बजट सत्र को गैरसैंण में नहीं कराने के विरोध में गुरुवार सुबह हरीश रावत ने अपने समर्थकों के साथ विधानसभा गेट पर सांकेतिक उपवास के लिए कूच किया। रिस्पना बैरियर पर पहुंचने पर सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। पुलिस अधिकारियों ने विधानसभा क्षेत्र में धारा 144 लगाए जाने का हवाला दिया, लेकिन हरीश रावत और उनके समर्थक जबरन बैरियर से विधानसभा की ओर जाने के लिए जोर आजमाइश करने लगे, लेकिन पुलिस ने इनको आगे नहीं बढ़ने दिया। पूर्व सीएम रावत का कहना था कि गैरसैंण को लेकर भाजपा सरकार का रवैया जनता के सामने आ गया है और बजट सत्र को गैरसैंण में आयोजित नहीं कराकर सरकार ने इस भावनात्मक मुद्दे पर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। उधर, विधानसभा के बजट सत्र को लेकर विधानसभा भवन के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।