टेक्नोलॉजी दिग्गज गूगल ने सोमवार को अपना छठा ‘गूगल फॉर इंडिया’ वर्चुअल इवेंट आयोजित किया। इसमें गूगल ने भारत के डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाने तथा कोरोना महामारी के संकट के बीच देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए भारत में 75,000 करोड़ रुपये निवेश करने की बात गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने कही।
उन्होंने कहा कि इस राशि को कंपनी द्वारा 6-7 वर्षों में भारत में निवेश किया जाएगा। इससे हर भारतीय भाषा में लोगों तक सूचनाएं पहुंचाने, उपभोक्ताओं के लिए नए उत्पादों और सेवाओं का निर्माण, व्यवसायों को सशक्त बनाने तथा स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और सामाजिक क्षेत्रों के लिए AI तकनीक विकसित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि बीते सालों में गूगल ने मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में साझेदारी का कदम उठाते हुए लोगों को सस्ती दरों पर मोबाइल फोन उपलब्ध कराने की दिशा में कदम उठाया है। डिजिटल लेनदेन की दिशा में आंकड़े जारी करते हुए बताया कि 3 मिलियन लोग गूगल पे का प्रयोग में ला रहे है। वहीं Google My Business में 26 मिलियन लोग डिजिटाइज्ड है।
वहीं गूगल इंडिया के प्रमुख संजय गुप्ता ने कहा, “यह निवेश भारत के भविष्य और इसकी डिजिटल अर्थव्यवस्था में विश्वास का प्रतिबिंब है। हमारा लक्ष्य 130 करोड़ भारतीयों के लिए इंटरनेट को उपयोगी बनाने और देश के आर्थिक इंजन को शक्ति प्रदान करना है।”
जीएसटी और भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रर में Google का अहम रोल रहा है। आपदा जैसे बाढ़ में गूगल ने काफी कारगर कदम उठाने के साथ ही भारतीय लैंग्वेज के डिजिटाइज्ड करने का काम किया है। इंडिया की ऐप इकोनॉमी काफी तेजी से बढ़ रही है। हम केवल ऐप के डाउनलोड में नहीं बल्कि अपलोड में आगे बढ़ेंगे। गूगल भारत के डिजिटल विलेज को लेकर तेजी से काम कर रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र (डिजिटल एजूकेशन) में 1 मिलियन डॉलर निवेश की Google भारत में तैयारी में जुटा हुआ है। इससे शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल शिक्षा और शिक्षक को शिक्षित करने का काम होगा। डिजिटल इंडिया में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने का काम हुआ है। लॉकडाउन के दौरान बच्चों में डिजिटल शिक्षा में बढ़ती रूचि भी इसका एक बड़ा कारण रही है।