अब मेल और सर्च रिकार्ड पर नजर नहीं रखेगा गूगल

नई दिल्ली


गूगल आपको उन्हीं उत्पादों के विज्ञापन कैसे दिखाता है, जिनके बारे में आपने किसी दोस्त से बात की हो, मेल किया हो या फिर उसे नेट पर सर्च किया हो। दरअसल, गूगल ऐसा आपके सर्च और मेल के रिकार्ड के आधार पर करता है। हाल ही में कुछ उपयोगकर्ताओं की शिकायत के बाद कंपनी प्रबंधन ने तय किया है कि अब वह अपने उपयोगकर्ताओं के मेल रिकार्ड पर नजर नहीं रखेगा।

कुछ गूगल उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की थी कि गूगल सर्च और मेल रिकार्ड की निगरानी कर उनके गोपनीयता के अधिकार का उल्लंघन कर रहा है। इसके बाद कंपनी ने तय किया कि अब वह उपयोगकर्ताओं के मेल रिकार्ड में ताकझांक नहीं करेगी। गूगल 2004 से ही अपने उपयोगकर्ताओं की पसंद के विज्ञापन दिखाने के लिए उनके एकाउन्ट पर नजर रखता रहा है। इस दौरान वह उनके मेल और सर्च रिकार्ड को देख कर पता लगाता रहा है कि उपयोगकर्ता की दिलचस्पी के विषय क्या हैं।
अगर आप गूगल पर मोबाइल फोन सर्च करते रहे हैं, तो अन्य साइट्स पर गूगल आपको मोबाइल फोन के विज्ञापन दिखाएगा। इस तरह वह उपयोगकर्ताओं की पसंद-नापसंद के बारे में भी जान पाता है और उसके पसंदीदा विषयों से जुड़े विज्ञापन दिखाता है। गूगल के फिलहाल 1.2 बिलियन उपयोगकर्ता हैं।
पिछले दिनों उपयोगकर्ताओं ने इसे गोपनीयता के अधिकारों में हस्तक्षेप बताते हुए इसका विरोध शुरू किया तो कंपनी प्रबंधन ने इसे बंद करने का निर्णय लिया। गूगल ने स्पष्ट किया कि जो लोग पेड जीमेल का उपयोग करते हैं, गूगल उनके एकान्ट स्कैन नहीं करता। बाकी उपयोगकर्ताओं के लिए भी साल के अंत तक मेल की निगरानी रोक दी जाएगी। गूगल फिलहाल जीमेल पर विज्ञापन दिखाने की योजना बना रहा है। पेड एकान्ट जहां विज्ञापन रहित होंगे, जबकि सामान्य एकाउन्ट के लिए कंपनी के अन्य साफ्टवेयर निर्धारित करेंगे कि कौन सा विज्ञापन दिखाया जाए।

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