जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS:कैबिनेट कमेटी मे हुई रावत के उत्तराधिकारी को लेकर हुई चर्चा | Nation One
नई दिल्ली : जैसे की हम जानते है कि 8 दिसंबर देश के लिए एक बड़ी दुर्घटना का दिन साबित हुआ। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद नया सीडीएस कौन बनेगा ?
बता दें कि इस दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक की। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कमेटी के सदस्य शामिल हुए।
जानकारी के मुताबिक मीटिंग में बिपिन रावत की जगह नए CDS के नाम पर चर्चा हुई। सरकार जल्द ही अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू करने वाली है।
इस पद के लिए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का नाम सबसे टॉप पर चल रहा है।
वहीं कुछ सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों का कहना है कि जनरल नरवने को इस पद के लिए नियुक्त करना समझदारी होगी क्योंकि वह 5 महीने में सेनाध्यक्ष के रूप में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
डिफेंस एक्सपर्ट सुशांत सरीन ने बताया- सरकार किसे अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ चुनेगी यह तो कोई नहीं जानता, लेकिन हां संभावना जरूर व्यक्त की जा सकती है।
यह पद इतना अहम है कि किसी सीनियर और अनुभवी अधिकारी को ही इसके लिए चुना जा सकता है। इस लिहाज से देखें तो तीनों सेनाओं आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के चीफ इसके प्रबल दावेदार हैं।
कौन है एमएम नरवणे ?
नरवणे पुणे से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता मुकुंद नरवणे भारतीय वायुसेना से रिटायर हुए थे।
एमएम नरवणे थल सेना के प्रमुख जनरल है।
उन्होंने बिपिन रावत के बाद 31 दिसंबर 2019 को इस पद को ग्रहण किया था। इस पद को ग्रहण करने से पहले वे सीओएएस के पद पर थे।
एमएम नरवणे कश्मीर से लेकर नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में अपनी तैनाती के दौरान आतंकी गतिविधियों को रोकने में अहम भूमिका निभाई है।
नरवणे श्रीलंका में 1987 के दौरान चलाए गए ऑपरेशन पवन में पीस कीपिंग फोर्स का हिस्सा रह चुके हैं। जनरल एमएम नरवणे ने 1 सितंबर को भारतीय सेना के उप प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था।
बता दें कि वर्तमान में वे भारतीय सेना में 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। वे अगले साल अप्रैल में रिटायर होने वाले हैं।
वहीं दूसरी ओर नौसेना प्रमुख आर. हरिकुमार का नाम भी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के लिए आगे चल रहा है।
आर हरिकुमार पूर्व सीडीएस बिपिन रावत के साथ मिलकर उप सीडीएस के तौर पर काम कर चुके हैं इसलिए उन्हें इस काम का अनुभव ज्यादा होगा, जिसकी वजह से उन्हें अगले सीडीएस के लिए नियुक्त किया जा सकता है।
तो क्या दोनो चीफ में से कोई भी इस पद का दावेदार हो सकता है?
डिफेंस एक्सपर्ट सरीन कहते हैं- देखिए किसे चुना जाए इसका कोई बना बनाया ढांचा नहीं है, लेकिन संभावनाओं के आधार पर कहा जा सकता है कि सेना प्रमुखों में से सबसे सीनियर और अनुभवी व्यक्ति को चुना जा सकता है।
हालंकि अनुभव और सीनियॉरिटी देखें तो एमएम नरवणे की दावेदारी सबसे पुख्ता लगती है। लेकिन डिफेंस एक्सपर्ट का कहना है कि यह केंद्र सरकार तय करेगी कि कौन बिपिन रावत के बाद खाली हुए पद पर नियुक्त होगा। उनके अपने मानक होंगे।