Fun Facts : किस बोगी में चेन खींचकर रोकी गई है Train, पुलिस को तुरंत कैसे लग जाता है इसका पता? जानें | Nation One
Fun Facts : भारतीय रेलवे से जुड़े आपने कई नियमों के बारे में सुना होगा, जैसे टिकट अगर खो जाती है तो आपको पहले 50 से 100 रुपए का जुर्माना देना पड़ेगा, फिर जाकर आपको दूसरी टिकट दी जाएगी।
या फिर बोगी की चेन खींचने पर आपको जुर्माने के साथ जेल भी पहुंचाया जा सकता है। लेकिन क्या आपने बोगी की चेन खींचने पर ये सोचा है आखिर रेलवे पुलिस को पता कैसे चलता है कि किस बोगी से चेन को खींचा गया है।
शायद ये सवाल आपने भी कई बार खुद से किया होगा, तो चलिए आज हम आपको इस लेख के जरिए बताते हैं, आखिर रेलवे पुलिस को कैसे पता चलता है कि ट्रेन किस बोगी से खींची गई है। शायद अगली बार से ट्रेन खींचने से पहले 100 बार सोचेंगे।
Fun Facts : ऐसे मिलती है पुलिस को जानकारी
अगर आप ट्रेन में बिना वजह चेन को खींचते हैं और आपको लग रहा है कि इस बात का पता रेलवे को नहीं चलेगा तो आप गलत सोच रहे हैं।
ट्रेन में तकीनीकी तौर पर क्या-क्या चीजें हो रही हैं, इस बात का पता का पता आज के टाइम रेलवे के पास पूरा रहता है।
दरअसल, ट्रेन में एक वॉल्व लगी रहती है, अब जैसे ही आप चेन को खींचेंगे वो वॉल्व तुरंत घूम जाती है। इसी से आरपीएफ को पता चलता है कि ट्रेन की किस बोगी से चेन खींची गई है।
Fun Facts : एयर प्रेशर के रिलीज होने पर आती है आवाज
बोगी का पता एयर प्रेशर के रिलीज होने पर आई आवाज से लगता है। जिस भी बोगी से ट्रेन की चेन खींची जाती है, वहां से इतने तेज एयर प्रेशर की आवाज आती है कि आरपीएफ को पता चल जाता है कि किस डिब्बे से चेन को खींचा जाएगा।
Fun Facts : चेन पुलिंग का ऑप्शन क्यों देती है ट्रेन
ट्रेन में चेन पुलिंग का ऑप्शन यात्रियों की भलाई के लिए दिया जाता है। अगर आपको ट्रेन के अंदर किसी भी तरह की दिक्कत होती है, तो आप चेन खींचकर ट्रेन को रोक सकते हैं।
अगर आपका स्टेशन आ चुका है और आपके किसी वजह से उतर नहीं पाएं हैं, तो आप इस चेन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हालांकि चेन खींचने का कारण आपके पास वैलिड होना चाहिए। क्योंकि कई यात्री इसका दुरुपयोग भी करते हैं। कई बार लोग अपनी सुविधा के अनुसार जगह-जगह पर उतरने के लिए ट्रेन रोक देते हैं।
Fun Facts : बाद में किया जाता है खुद से सेट
बता दें, ट्रेन के डिब्बों की साइड की दीवारों पर इमरजेंसी फ्लैशर्स लगे होते हैं। इमरजेंसी चेन खींचते ही कोच में फ्लैशर्स एक्टिव हो जाते हैं। फिर ड्राइवर के पास एक लाइट जलना शुरू हो जाती है।
इसके बाद गार्ड, असिस्टेंट और RPF चेन पुलिंग वाली बोगी की ओर पहुंचकर चेन को खुद से रिसेट करते हैं। एक बार जब चेन रिसेट हो जाती है, तो हवा का दबाव धीरे-धीरे नॉर्मल हो जाती है और ट्रेन चलने के लिए फिर से तैयार हो जाती है।
Also Read : Facts : देवी-देवताओं के इन वाहनों का दिखना माना जाता है अशुभ, मिलेंगे ऐसे परिणाम | Nation One