छात्र राजनीति से सूबे के मुख्यमंत्री तक, जानें तीरथ सिंह रावत का सफर | Nation One
भाजपा ने एक बार फिर अपने फैसले से सबको चौंकाया है। उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री को लेकर जितने नाम चर्चा में थे सबको दरकिनार कर पौड़ी-गढ़वाल सीट से भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत को सूबे का नया मुखिया चुना गया है।
बता दें कि भाजपा राष्ट्रीय सचिव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व शिक्षा मंत्री तीरथ सिंह रावत वर्ष 1983 से लेकर 1988 राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे हैं। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उत्तराखंड के संगठन मंत्री भी रह चुके हैं। इसी संगठन में उन्होंने राष्ट्रीय मंत्री की जिम्मेवारी भी निभाई है। इसके पहले वह हेमवती नंदन गढ़वाल विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। वहीं, संयुक्त उत्तर प्रदेश में तीरथ सिंह रावत छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे हैं।
इसके अलावा भारतीय जनता युवा मोर्चा (उत्तर प्रदेश) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहने का भी उनको मौका मिला है। तीरथ सिंह रावत 1997 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हुए। उस समय उन्हें विधान परिषद में विनिश्चय संकलन समिति का अध्यक्ष बनाया गया। वर्ष 2000 में नवगठित उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री रहे तीरथ सिंह को 2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड का प्रदेश महामंत्री बनाया गया था। इसके बाद वे प्रदेश चुनाव अधिकारी तथा प्रदेश सदस्यता प्रमुख भी रहे।
उत्तराखण्ड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे तीरथ सिंह वर्ष 2012 में चौबट्टाखाल विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए। वर्ष 2013 में उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने और वर्ष 2017 में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव बनाए गए।