JDU के पूर्व अध्यक्ष Sharad Yadav का निधन, 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस | Nation One
Sharad Yadav : पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद नेता शरद यादव का गुरुवार 12 जनवरी को 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी बेटी सुभाषिनी शरद यादव ने ट्विटर पर इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा, “पापा नहीं रहे”।
Sharad Yadav : शरद यादव का राजनैतिक करियर
शरद यादव ने 1999 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विभिन्न विभागों को संभाला। 2003 में शरद यादव जनता दल यूनाइटेड जद के अध्यक्ष बने। शराद यादव एक समय नीतीश कुमार के बेहद करीब थे थे। 2004 के लोकसभा चुनाव में हारने के बाद नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा सीट दिलवाने में मदद की थी।
2009 में, शरद यादव फिर से मधेपुरा से लोकसभा के लिए चुने गए। लेकिन 2014 के आम चुनावों में जेडीयू की हार के बाद शरद यादव और नीतीश कुमार के साथ संबंधों में खटास आ गई।
Sharad Yadav : नीतीश कुमार से ऐसे हुए अलग
2017 के बिहार विधानसभा चुनावों में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू ने भाजपा के साथ गठबंधन किया, तो शरद यादव ने उनका साथ देने इनकार कर दिया। इस तरह वह पार्टी से अलग हो गए।
बाद में शरद यादव ने नीतीश कुमार से नाता तोड़ लिया और 2018 में अपनी पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल एलजेडी की स्थापना की। इसके बाद वह लालू की पार्टी आरजेडी के सहयोगी बन गए।
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