गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल नहीं रहे | Nation One
गांधीनगर : गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का गुरुवार को निधन हो गया. सांस लेने में दिक्कतों के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 92 वर्षीय पटेल ने साल 2014 में राजनीति से संन्यास की घोषणा की थी. बीते महीने केशुभाई कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
हाल ही में उन्हें सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया था. केशुभाई दो बार गुजरात के मुख्यमंत्री चुने गए लेकिन, कभी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे. साल 2001 में उनकी जगह नरेंद्र मोदी ने सीएम पद की शपथ ली थी. केशुभाई पटेल को मोदी अपना गुरु भी मानते हैं.
1960 के करीब अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनसंघ से करने वाले पटेल इसके संस्थापक सदस्यों में से एक थे. 1975 में जनसंघ-कांग्रेस ओ की गठबंधन वाली सरकार चुनी गई थी. इमरजेंसी के बाद लोकसभा पहुंचे पटेल इस्तीफा देकर साल 1978 से 1980 तक बाबूभाई पटेल की सरकार में कृषि मंत्री थे.
1978 और 1995 के बीच कलावाड़, गोंडल और विशावादार से विधानसभा चुनाव जीतने वाले पटेल 1980 में भाजपा के आयोजक बने थे. गुजरात में 1995 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को उनकी अगुवाई में जीत मिली थी.
पटेल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वह एक उत्कृष्ट नेता थे जिन्हें समाज के हर वर्ग की चिंता थी. मोदी ने कहा कि केशुभाई पटेल ने मुझ सहित कई युवा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया, उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है.
सूरत से भाजपा सांसद दर्शन जारदोश ने लिखा ‘गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर गहरा दुख हुआ. गुजरात की राजनीति के एक दिग्गज को उनके कौशल के लिए दलीय निष्ठा से परे सम्मान मिला.उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदना. ओम शांति.