
देश के लिए उत्तराखंड का एक और जवान शहीद, आखिरी बार परिजनों से फ़ोन में की थी ये बातें…
ऋषिकेश : आतंकियों से लोहा लेते हुए उत्तराखंड का एक और जवान शहीद हो गया। शहादत की खबर मिलने के बाद उनके परिवार में मातम छा गया है। साथ ही गांव में सन्नाटा पसर गया है। बताया जा रहा है कि 27 वर्षीय प्रदीप रावत 2 मार्च को छुट्टी बिताकर वापस अपनी ड्यूटी पर जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर चले गये थे।
प्रदीप ने अपने परिवार के सदस्यों से फ़ोन पर…
आपको बता कि बीती रविवार को प्रदीप ने अपने परिवार के सदस्यों से फ़ोन पर बात की थी और घर में सबका कुशल मंगल जाना था। लेकिन प्रदीप के परिजनों को क्या पता था कि वह अपने बेटे से आखिरी बार बात कर रहे है।
उनकी पत्नी 7 माह की गर्भवती…
आपको बता दे कि प्रदीप रावत 3 बहनों में इकलौते भाई थे। 1 साल पहले ही प्रदीप की शादी हुई थी और उनकी पत्नी 7 माह की गर्भवती है। शहीद का परिवार मूलरूप से बैराई गांव दोगी पट्टी टिहरी गढ़वाल का रहने वाला है। प्रदीप रावत गढ़वाल राइफल की चौथी बटालियन में तैनात थे। वर्तमान में प्रदीप रावत जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में तैनात थे।
सैन्य अभियान के दौरान सीमा पर दुश्मन की ओर से…
बताया जा रहा है कि रविवार दोपहर करीब 12:00 बजे एक सैन्य अभियान के दौरान सीमा पर दुश्मन की ओर से बिछाई गई बारूदी सुरंग के फट जाने से प्रदीप रावत गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें सैन्य वाहन से पहले नजदीकी अस्पताल और फिर हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया।
शहीद प्रदीप रावत के पिता कुंवर सिंह रावत…
शाम करीब चार बजे हायर सेंटर में पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शहीद प्रदीप रावत के पिता कुंवर सिंह रावत सेना से रिटायर्ड हैं, वर्तमान में वह एम्स में कार्यरत है।
पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम…
वहीं, प्रदीप की शहादत की खबर मिलते ही स्थानीय विधायक और उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल परिजनों को ढांढस बनाने के लिए उनके घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब बहुत हो गया क्योंकि उनके विधानसभा क्षेत्र के ही 3 जवानों की पाकिस्तान में हत्या कर दी गई। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए सबक सिखाना चाहिए।