प्राथमिक विद्यालयों में गांव-गांव स्कूल चलो अभियान की उड़ रही धज्जियां, पढ़े पूरी खबर
सरकार जहां शिक्षा में सुधार लाने के प्रयास में जुटी है, वहीं सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से झाड़ू लगवाया जा रहा है। सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपये खर्च करती हैं, लेकिन हकीकत स्याही की तरह स्याह है।
प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने के लिए गांव-गांव स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है। बच्चों की शिक्षा को लेकर उनके अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं जो बच्चे स्कूल में पढ़ने पहुंच रहे हैं उनसे स्कूल की सफाई करवाई जा रही है। सरकार द्वारा क्षेत्र के सभी गांवों में सफाई कर्मी तैनात किए गए हैं। सफाई कर्मियों को सुबह सर्वप्रथम गांव के सभी सरकारी स्कूलों में सफाई करने के बाद पंचायत घर और गांव के मुख्य चौराहों की सफाई करने के दिशा निर्देश है।
लेकिन जनपद बदायूँ के विकास खंड जगत के ग्राम कुतरई में बना उच्च प्राथमिक विद्यालय में ऐसा नहीं है। स्कूल की साफ सफाई की ज़िम्मेदारी स्कूल स्टाफ ने बच्चों को दे रखी है सफाई कर्मी ड्यूटी पर कभी-कभी ही आता है। ऐसे में गांवों में सफाई कर्मी न आने से देश के भविष्य कहे जाने वाले छात्रों को सवेरे स्कूल पहुंचने पर हाथों में किताबों के बदले झाड़ू थमा दी जाती है। वह भी गुरु जी की आज्ञा का पालन करते हैं।