देहरादून के एमडीडीए कॉलोनी, डालनवाला में निर्दयी बाप ने अपनी सात की साल मासूम बेटी को गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। गला रेते जाने के बाद भी मासूम घंटों जीवित रही, लेकिन इसके बाद भी पिता को रहम नहीं आया।मूलरूप से चूना भट्ठा इलाके का रहने वाला डेनियल करीब तीन महीने पहले ही रायपुर के एमडीडीए कॉलोनी डालनवाला में किराए के मकान में शिफ्ट हुआ था। यहीं पर उसने मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोल रखी थी। यहां वह पहली पत्नी शिवानी उससे हुई बेटी एंजिला (11), ऐलिना (7) व अबी (2) तथा दूसरी बीवी माही को भी साथ ले आया था।
दूसरी बीवी से डेनियल के कोई संतान नहीं है। करीब एक सप्ताह पहले उसकी पहली पत्नी शिवानी अचानक गायब हो गई। डेनियल ने कुछ दिन इधर-उधर खोजा। मगर जब उसका कुछ पता नहीं चला तो डेनियल ने 11 अप्रैल को रायपुर में बीवी की गुमशुदगी दर्ज करा दी और रोजमर्रा की जिंदगी जीने लगा।
पूछताछ में सामने आया कि शिवानी की डेनियल से अक्सर तकरार होती रहती थी। आरोप है कि वह दोनों बीवियों की पिटाई भी कर देता था। शिवानी इसके पहले भी नाराज होकर घर से गायब हुई थी, लेकिन हर बार लौट कर आ जाती थी। इस वजह से डेनियल के मन में शिवानी को लेकर नफरत भरने लगी थी। इसके बाद उसने पूरे परिवार को मौत के घाट उतारने की खौफनाक साजिश रच डाली।
मैगी खाकर नशे की हालत में आ गए एंजिला, अबी और माही
साजिश के तहत शनिवार की रात डेनियल ने घर में अपने हाथ से मैगी बनाई और उसमें कोई नशीला पदार्थ मिला दिया। पूछताछ में डेनियल ने बताया कि मैगी खाकर एंजिला, अबी और माही नशे की हालत में आ गए, लेकिन ऐलिना होश में रही। जब वह बेहोश नहीं हुई तो चाकू से उसका गला रेत दिया। गले से तेज खून की धार फूट पड़ी तो उसे उठाकर दूसरे कमरे में बंद कर दिया और ऊपर से रजाई डाल दी। इस दौरान एंजिला और माही ने इस खौफनाक मंजर को अपनी आंखों से देखा, मगर नशे में होने के कारण वह विरोध नहीं कर पाए।
एंजिला और माही के बयान के मुताबिक एलिना के शरीर में रविवार सुबह साढ़े नौ बजे तक हरकत होती रही। मगर डेनियल ने सभी डरा-धमका रखा था। इस बीच एंजिला ने पड़ोस के किसी शख्स से एलिना को मारे जाने का जिक्र कर दिया तो पूरे मोहल्ले में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी। सोमवार को इलाके के पार्षद ने पुलिस को चर्चाओं के बारे में बताया तो पुलिस ने डेनियल को थाने आने के लिए कहा। थाने जाने से पहले डेनियल ऐलिना के शव को खून से सने गद्दे में लपेट कर डांडा लखौंड के पास एक खाली प्लॉट में छिपा दिया।