प्रदेश सरकार के खिलाफ किसानों ने खोला मोर्चा

रुड़की में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान पंचायत में रुड़की पहुंचे जिले के सैकड़ों किसानों ने सोमवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। किसानों की पंचायत में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पहुंचे और सरकार पर निशाना साधा। सोमवार को ऊर्जा निगम, रुड़की मंडल कार्यालय परिसर में आयोजित पंचायत में भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष पदम सिंह रोड ने कहा कि आज हर स्तर पर किसान का उत्पीड़न किया जा रहा है। गन्ने का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है। चकबंदी विभाग के अधिकारी लगातार किसानों का उत्पीड़न कर रहे हैं। आज किसान खेत से मिट्टी उठाकर समतल करता है, तो उसे खनन माफिया बताकर जेल में बंद किया जा रहा है। किसान का गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है।

पंचायत में प्रशासन को चेतावनी दी गई है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई, तो 28 मई को रुड़की में चक्का जाम किया जाएगा। मंडल अध्यक्ष संजय चैधरी ने कहा कि मौजूदा सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कह रही है, लेकिन स्थिति यह है कि किसान उधारी में फसल बेचने को मजबूर है। जिलाध्यक्ष नाजिम अली ने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है। इस मौके पर भाकियू युवा विंग के जिलाध्यक्ष संजीव कुशवाह, प्रदेश प्रवक्ता विजय शास्त्री, प्रदीप त्यागी, भूरा, पवन रोड, राव असलम, वैभव राणा, हरपाल सिंह, प्रधान गयूर, सुक्रमपाल, ओमप्रकाश नेता आदि ने विचार व्यक्त किए।

धुआं देने लगी डबल इंजन की सरकार

रुड़की में किसानों की पंचायत में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि एक साल में ही डबल इंजन की सरकार धुआं देने लगी है। देवभूमि में एक साल के अंदर कर्ज में डूबे आठ किसानों ने आत्महत्या कर ली, लेकिन यह सरकार किसानों की ओर से मुंह फेरे हुए हैं। एक समय था जब उत्तराखंड सबसे अधिक गन्ना मूल्य किसानों को देता था, लेकिन आज सरकार ने उसे भी कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2019 में कांग्रेस सरकार बनी, तो किसान का कर्ज माफ होगा।

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