बेखौफ लकड़ी तस्करों और वन कर्मचारियों के बीच रविवार तड़के मुठभेड़ हो गई। रेंजर की गाड़ी पर टक्कर मारने के बाद फरार तस्करों को रोकने के लिए वन कर्मियों को 22 राउंड फायरिंग करनी पड़ी। तस्करों ने वन कर्मियों को कुचलने का भी प्रयास किया। करीब दस किलोमीटर तक पीछा करने के बाद एक तस्कर टीम के के हत्थे चढ़ गया। जबकि सरगना समेत चार आरोपित भाग निकले।
तराई केंद्रीय वन प्रभाग की एसओजी टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बरहैनी के जंगल से अवैध तरीके से काटी गई लकड़ी को रामपुर ले जाया जा रहा है। इसके बाद हल्द्वानी से टीम तस्करों को पकड़ने के लिए रवाना हो गई। बरहैनी रेंज के वन कर्मियों को भी साथ लिया गया।
कार में बैठे वन कर्मी बचे बाल-बाल
सुबह पौने पांच बजे केलाखेड़ा थाना क्षेत्र के मढ़ैैया हट्टू के पास वन विभाग की एसओजी टीम ने संदिग्ध दिख रही एक पिकअप को रुकने का इशारा किया तो चालक ने गाड़ी दौड़ा दी। पीछा करते हुए एसओजी प्रभारी/रेंजर रूप नारायण गौतम ने अपनी कार पिकअप के आगे लगा दी। वहीं, पिकअप चालक ने रेंजर की गाड़ी टक्कर मारने के बाद रफ्तार और तेज कर दी। कार में बैठे वन कर्मी बाल-बाल बच गए। बेरिया दौलतपुर रोड पर करीब दस किमी पीछा करते हुए वन कर्मियों ने 22 राउंड फायरिंग भी की। टायर पर निशाना लगने पर पिकअप रुक गई।
बाद में टीम ने केलाखेड़ा निवासी चालक राशिद को पकड़ लिया। तलाशी में गाड़ी से एक लाख रुपये कीमत के शीशम के लठ्ठे बरामद हुए। एसओजी प्रभारी गौतम ने बताया फरार होने तस्करों में स्वार निवासी मुख्तार उर्फ भुट्टो, हबीब, गुरदास और नगला निवासी होशियार सिंह थापा शामिल है।