आयुष मंत्रालय ने कोविड-19 से बचाव या रोकथाम और नैदानिक प्रबंधन में आयुष के ठोस उपायों/दवाओं के प्रभावों के आकलन हेतु अल्पकालिक अनुसंधान परियोजनाओं में आवश्यक सहयोग देने के लिए एक उपयुक्त व्यवस्था की घोषणा की है।
कोविड-19 मामलों से निपटने में जुटे अस्पतालों/संस्थानों को इस योजना में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है, जो बाह्य (यानी, आयुष मंत्रालय के प्रतिष्ठान से बाहर के संस्थानों के लिए) अनुसंधान श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। प्रस्ताव ‘सार्स-सीओवी-2’ संक्रमण और कोविड-19 रोग से बचाव या रोकथाम और नैदानिक प्रबंधन में आयुष के ठोस उपायों/दवाओं की भूमिका तथा प्रभावों के आकलन से संबंधित होने चाहिए।
संस्थागत आचार समिति (आईईसी) से मंजूरी प्राप्त अधिकतम छह माह की अवधि वाले परियोजना प्रस्तावों पर 10 लाख रुपये तक की सहायता देने के लिए विचार किया जाएगा, ताकि आयुष चिकित्सकों, तकनीकी श्रमबल की सेवाएं लेने, प्रयोगशाला में जांच और संबंधित आकस्मिक जरूरतों पर आने वाले खर्च को पूरा किया जा सके।