संसाधनों व शिक्षकों की कमी से हो रही शैक्षिक बदहालीः रावत

उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने राजकीय महाविद्यालय में नवनिर्मित भवन का निरक्षण किया। इस दौरान निर्माणाधीन कंपनी एनपीसीसी को एक माह में भवन को पूर्ण करने के निर्देश दिए। रावत ने नए सत्र पर एमए की क्लास व प्रत्येक कक्षा में 25- 25 छात्रों की संख्या होने पर ही पांच विषयों को स्वीकृत करने को कहा।

मंत्री ने कहा आज दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में संसाधनों व शिक्षकों की कमी की वजह से शैक्षिक बदहाली हो रही है। विधायक बंशीधर भगत की अध्यक्षता में बुधवार को महाविद्यालय में कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री रावत ने कहा विद्यालय के लिए दो करोड़ बजट है। जिसमें 70 लाख रुपये नवनिर्मित भवन, 70 लाख रुपये विद्यालय के सुंदरीकरण, खेल का मैदान, पुस्तकालय खर्च के लिए रखा गया है। 68 लाख रुपये का जिले के 40 विद्यालयों के फर्नीचर, लैब, कंप्यूटर खर्च के लिए रखा गया है।

राज्य सरकार ऑनलाइन एडमिशन व डिग्री को कर रही आधार से लिंक

आज राज्य सरकार ऑनलाइन एडमिशन व डिग्री को आधार से लिंक कर रही है जिस से छात्र गढ़वाल व कुमाऊं में कहीं भी पढ़ाई कर सकते हैं। 30 दिनों में अब छात्रों के रिजल्ट घोषित हो जाएंगे। विधायक भगत व जनप्रतिनिधियों ने महाविद्यालय में कृषि विषय लाने व महाविद्यालय को पीजी करने की माग की। जिस पर रावत ने कहा की जब तक विद्यालय के पास विश्वविद्यालय की मान्यता न हो। कृषि विषय नहीं खोला जा सकता है।

पीजी के लिए विद्यालय में 1000 छात्रों की संख्या होनी चाहिए। जबकि विद्यालय में मात्र 124 छात्र हैं। सांसद प्रतिनिधि हेम तिवारी ने बताया की विद्यालय में कृषि विषय नहीं होने से कोटाबाग के सैकड़ों छात्र रामनगर-हल्द्वानी जाते हैं। इस मौके पर भाजपा किसान मोर्चा संयोजक तारा चंद्र पांडेय, महेंद्र सिंह दिगारी, नरेंद्र बिष्ट, गोपाल बिष्ट अखिलेश वर्मा, चंद्रशेखर बुढलाकोटी आदि थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *